रांची: झारखंड पुलिस के डीजी रेल वीएच देशमुख और मुख्यालय आईजी विपुल शुक्ला शुक्रवार को रिटायर हो गए. वीएच देशमुख 1986 बैच के आईपीएस रहे हैं, जबकि विपुल शुक्ला बिहार पुलिस सेवा से आईपीएस में प्रोन्नत हुए थे. दोनों अधिकारियों के रिटायर होने पर अब मुख्यालय के कई अहम पद खाली हो गया है.
अहम पद हुए रिक्त
शुक्रवार को वीएच देशमुख और आईजी विपुल शुक्ला को उनके कार्यालय में विदाई दी गई. दोनों अधिकारियों के रिटायर होने के बाद अब पुलिस में कई अहम पद रिक्त हो गए हैं. राज्य पुलिस मुख्यालय में उच्च पदों पर रिक्ति की वजह से पूर्व से काम प्रभावित हो रहा है. राज्य पुलिस मुख्यालय में वर्तमान में एडीजी अभियान, एडीजी मुख्यालय, एडीजी पुलिस आधुनिकीकरण जैसे पद खाली हैं. एडीजी स्तर के अधिकारियों की कमी ना होने के बावजूद भी इन पदों को खाली रखा गया है.
नक्सल पर फोकस, लेकिन अभियान के नेतृत्वकर्ता का पद खाली
राज्य में नक्सल गतिवधियों को लेकर पुलिस का काफी फोकस है. हाल के दिनों में नक्सली गतिविधियों में इजाफा भी हुआ है, लेकिन नक्सली अभियान के नेतृत्वकर्ता एडीजी अभियान का पद खाली है. मुरारीलाल मीणा को एडीजी अभियान के पद से एडीजी विशेष शाखा के तौर पर पोस्टिंग दिए जाने के बाद से ही यह पद खाली है. एडीजी अभियान का पद पहली बार मुख्यालय के स्तर पर इतने दिनों से रिक्त रखा गया है.
मुख्यालय का सबसे अहम पद भी है खाली
राज्य पुलिस मुख्यालय में एडीजी या डीजी मुख्यालय का पद सबसे अहम है. पुलिसकर्मियों की ट्रांसफर पोस्टिंग से लेकर, तमाम नीतिगत मामलों में एडीजी मुख्यालय का पद मायने रखता है, लेकिन मई महीनें में डीजी पीआरके नायडू के सेवानिवृत होने के बाद से इस पद पर किसी की पोस्टिंग नहीं दी गई है. इसी तरह पुलिस आधुनिकीकरण के एडीजी का पद भी मार्च महीनें के बाद से खाली है. एडीजी आधुनिकीकरण के पद के खाली होने से आधुनिकीकरण संबंधी काम बाधित हैं.