रांचीःप्रतिबिंब एप की सहायता से राजधानी रांची में पहली बार दो साइबर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं. दोनों साइबर अपराधियों को रांची के गोंदा इलाके से गिरफ्तार किया गया है. रांची पुलिस को यह सूचना मिली थी कि रांची के गोंदा थाना क्षेत्र के डैम साइड में कुछ साइबर अपराधी पनाह लिए हुए हैं और वहीं से फिशिंग और बैंक का केवाईसी अपडेट करने के नाम पर ठगी कर रहे हैं.
आंध्र प्रदेश के कारोबारी से की थी ठगीःसाइबर अपराधियों ने आंध्र प्रदेश के एक कारोबारी से भी 49 हजार रुपए ठग लिए थे. आंध्र प्रदेश के कारोबारी ने साइबर क्राइम पोर्टल नंबर 1930 के जरिए शिकायत भी दर्ज कराई थी, जब ठगी वाले नंबर को सीआईडी के एप प्रतिबिंब पर डाला गया तो उसका लोकेशन रांची निकला.
गोंदा थाना क्षेत्र से हुई साइबर अपराधियों की गिरफ्तारीः लोकेशन रांची आने पर तुरंत साइबर और रांची पुलिस अलर्ट हो गई और लोकेशन के आधार पर गोंदा थाना क्षेत्र के डैम साइड पहुंच गई. इस दौरान सस्पेक्ट के लगातार मूव करने की सूचना पुलिस को मिल रही थी. शक के आधार पर एक सफेद रंग की कार को पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन पुलिस को देखकर कार सवार फरार होने की कोशिश करने लगे. बाद में पुलिस ने कार का पीछा कर साइबर अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया. कार में दो लोग पकड़े गए हैं. जिनकी पहचान कुख्यात साइबर अपराधी पवन मंडल और मंटू मंडल के रूप में हुई है. दोनों साइबर साइबर अपराधी सगे भाई हैं और कई बार साइबर ठगी के मामले में जेल भी जा चुके हैं.
मोबाइल, सिम कार्ड और नगद बरामदःगिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से 22 हजार नगद ,कई बैंकों के एटीएम, बैंक पासबुक, भारी मात्रा में सिम कार्ड और एक दर्जन मोबाइल में बरामद किए गए हैं. गिरफ्तार दोनों अपराधी उत्तर प्रदेश में भी पूर्व में गिरफ्तार किए गए थे और जेल की हवा खा चुके हैं. गिरफ्तार दोनों साइबर अपराधी झारखंड के गिरिडीह के रहने वाले हैं.