रांचीःराजधानी में मंगलवार को आदिवासी संस्कृति सरना धर्म रक्षा अभियान के तत्वाधान में विभिन्न आदिवासी सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों की विशेष बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में ज्वलंत मामलों और करमा पर्व को लेकर चर्चा की गई. वहीं, इस बैठक की अध्यक्षता संजय तिर्की ने किया.
रांचीः आदिवासी सामाजिक संगठन की बैठक आयोजित, करमा पर्व पर हुई चर्चा
रांची में मंगलवार को संजय तिर्की की अध्यक्षता में आदिवासी संस्कृति सरना धर्म रक्षा अभियान के तत्वाधान में विभिन्न आदिवासी सामाजिक और सांस्कृतिक संगठनों की बैठक आयोजित की गई. इस दौरान करमा पर्व और ज्वलंत मामलों को लेकर प्रस्ताव पारित किए गए.
आदिवासी सामाजिक संगठन की बैठक
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इस बैठक में निम्नलिखित प्रस्ताव हुए पारित
- मुंडारी कुड़ुख और हो भाषा के संविधान की आठवीं अनुसूची में डालने संबंधी राज्य सरकार के निर्णय का स्वागत किया गया. इसके लिए राज्य सरकार को धन्यवाद दिया.
- धर्मकोड की मांग को राज्य सरकार विधानसभा से पारित कराकर यथाशीघ्र केंद्र सरकार को जनगणना कॉलम सूचीबद्ध करने का निर्णय भेजें. इसके लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया जाए और 2021 में जनगणना होनी है. इसके पूर्व जनगणना कॉलम में अलग धर्मकोड सूचीबद्ध हो सके.
- 29 अगस्त को करमा पर्व है. इस बार कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूरी सादगी के साथ मनाने का निर्णय लिया गया है. करमा पूजा की महत्ता के अनुरूप करम उपवास, पूजा अनुष्ठान और अन्य विधि-विधान पूरे आस्था के साथ किए जाए, लेकिन कोरोना संबंधी राजकीय अनुदेशकों जैसे शारीरिक दुरी, मास्क लगाना और अन्य सुरक्षा के उपायों को अक्षरशः से पालन किया जाए.
- धर्मांतरण आदिवासियों के बीच निरंतर हो रहा है. हिंदू करण के साथ-साथ ईसाई और अन्य धर्म की ओर धर्मांतरण हो रहे हैं. राज्य सरकार के द्वारा सरना धर्मावलंबियों की सुरक्षा हेतु कानून बनाए जाए. धार्मिक शोषण एवं धर्मांतरण को रोका जाए.
- वहीं, बैठक में 27 और 28 फरवरी 2021 को रांची में आदिवासी संस्कृति सरना धर्म रक्षा महारैली का आयोजन हेतु विभिन्न आयोजन समिति का गठन करने का निर्णय लिया गया.
- 6 सितंबर 2020 को खूंटी और 13 सितंबर 2020 को मुडमा में जनसंपर्क सभा होगी, जिसमें विभिन्न क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल होंगे.
बैठक में उपस्थित लोग
इस बैठक में डॉ करमा उरांव, धर्मगुरु बंधन तिग्गा प्रेम शाही मुंडा, अंतू तिर्की, शिवा कच्छप अजय तिर्की, संजय तिर्की, निरंजना हेरेंज टोप्पो, अभय भूट कुंवर, सोमा मुंडा, बलकु उरांव, निर्मल पाहन कृष्णा मुंडा, शिशु उरांव, अनिल पूर्ति सहित कई संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.