रांची: राजधानी रांची से सटे महज 10 किलोमीटर की दूरी पर मेसरा रेलवे स्टेशन (Mesra railway station in Ranchi) है. यह स्टेशन एक बड़ी आबादी को लाभान्वित कर सकता है. लेकिन रेलवे के उदासीन रवैए की वजह से अब तक इस स्टेशन पर ट्रेन का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है.
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कोरोना काल से पहले यहां पर ट्रेन का परिचालन किया गया था. यह आश्वासन भी दिया गया था कि जल्द ही रांची के लोगों को रामगढ़, हजारीबाग, बरकाकाना के लिए ट्रेन की सुविधा मुहैया कराई जाएगी. लेकिन ढाई वर्ष बीत जाने के बावजूद अभी तक यहां पर ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया (train not started from Mesra railway station) है. बीआईटी मेसरा, बूटी मोड़, विकास, ओरमांझी, खेल गांव और सदर इलाके के लोगों को यहां से ट्रेन पर चढ़ने की लालसा है. उनका कहना है कि अगर ये स्टेशन चालू होता है तो बरकाकाना, पलामू, हजारीबाग, कोडरमा जैसे क्षेत्रों में जाने के लिए लोगों को रांची स्टेशन या फिर हटिया स्टेशन नहीं जाना पड़ेगा. इस स्टेशन की शुरुआत होने से रांची के लाखों लोगों को इसका सीधा लाभ मिलेगा.
इसको लेकर ईटीवी भारत ने जब रेलवे स्टेशन का जायजा लिया तो देखा कि स्टेशन पर पटरी और इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा हो गया है. लेकिन अभी भी ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं हो पाया है. स्टेशन मास्टर बताते हैं कि स्टेशन पर लगभग काम पूरा हो गया है. आगे के रूट बरकाकाना और सांकी के पास आ रही बाधा को समाप्त करने के लिए मजदूर लगातार काम कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि रांची स्टेशन और हटिया स्टेशन पर यात्रियों के बोझ को कम करने के लिए इस स्टेशन की शुरुआत जल्द से जल्द की जाएगी.
स्टेशन पर बिजली का काम कर रहे रेलवे कर्मचारी मनोज कुमार बताते हैं कि स्टेशन पर टावर और इलेक्ट्रिफिकेशन के सारे कार्य पूरे हो चुके हैं. उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा कि इस साल के अंत तक मेसरा स्टेशन पर यात्रियों का आना-जाना भी शुरू हो जाएगा. ईटीवी भारत ने जब स्टेशन का जायजा लिया तो देखा कि पटरी और बिजली के काम जरूर हुए हैं लेकिन साफ सफाई की स्थिति बदतर है. भवन के ऊपर मकड़ी के जाल बने हैं तो स्टेशन के आसपास झाड़ियां उग आई हैं.
यात्रियों को मिलेगा लाभः मेसरा रेलवे स्टेशन की शुरुआत होते ही हजारीबाग, चतरा, रामगढ़, भुरकुंडा के लोगों को काफी राहत होगी. लाखों की आबादी में रह रहे इस क्षेत्र के लोग वर्तमान में बस के सहारे सफर करने को मजबूर हैं. इन क्षेत्र में रहने वाले गरीब लोगों को रांची पहुंचने के लिए मूरी रूट की ट्रेन से आने के लिये घंटों समय बिताना पड़ता है या फिर बस का सफर करने के लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है. ऐसे में इस स्टेशन के शुरू होने से उनका समय और पैसा दोनों बचेगा.