रांची:प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर झारखंड की धरती पर्यटकों की पसंदीदा जगह है. यही कारण है कि यहां साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है, चाहे नए साल की शुरुआत हो या सावन का महीना. झारखंड के पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कई तरह के मास्टर प्लान बनाए गए हैं, जिसके तहत धार्मिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक स्थलों को विकसित किया जा रहा है. राज्य में पर्यटन के लिए चिन्हित 131 स्थानों को चार भागों में बांटा गया है. पहचाने गए 131 पर्यटन स्थलों में से 31 अंतरराष्ट्रीय महत्व के, 26 राष्ट्रीय महत्व के, 38 राज्य स्तरीय महत्व के और 36 स्थानीय महत्व के हैं. राज्य में स्थित अधिकांश पर्यटक स्थल रांची के आसपास हैं, जिनकी संख्या 17 है. इनमें पांच अंतरराष्ट्रीय महत्व के और चार राष्ट्रीय महत्व के हैं.
ज्यादातर पर्यटक सितंबर से मार्च तक आते हैं झारखंड
- दिसंबर-जनवरी में ज्यादातर विदेशी पर्यटक आते हैं झारखंड
- 2020 में 2574704 घरेलू पर्यटकों ने किया विजिट
- 2021 में 3383642 घरेलू पर्यटकों ने किया विजिट
- 2020 में 490 और 2021 में 1637 विदेशी पर्यटकों का हुआ आगमन
ये पर्यटन स्थल जहां से होती है सर्वाधिक कमाई
- देवघर:बैद्यनाथ धाम-12 ज्योर्तिलिंगों में से एक इस स्थल पर शिव और शक्ति का अदभुत संगम है, जहां दर्शन के लिए सालों भर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है. नववर्ष के पहले दिन भी लोगों की भीड़ लगी रहती है.
- दुमका: बासुकीनाथ धाम- धार्मिक मान्यता के अनुसार देवघर बैद्यनाथ धाम के बाद बासुकीनाथ का दर्शन किए वगैर यात्रा पूरी नहीं मानी जाती. यही वजह है कि यहां भी श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है.
- गिरिडीह:पारसनाथ- जैन धर्मावलंबियों के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है.
- रामगढ़:छिन्नमस्तिका मंदिर- शक्तिपीठ के रूप में विख्यात इस मंदिर में बिना सिर वाली देवी मां की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस मंदिर में श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
- धनबाद:मैथन डैम- एक खूबसूरत झील और खूबसूरत हरे जंगलों के बीच यह मैथन डैम पर्यटकों के लिए खास जगह है.
- बोकारो:लुगु बुरु- इस स्थल को संतालियों के संस्कृति और परंपरा का उद्गम स्थल माना जाता है.
- रांची:बिरसा जैविक उद्यान, दिउड़ी मंदिर, जोन्हा फॉल, पतरातू डैम
- गढ़वा:बंशीधर धाम- नगरऊंटारी में राधा कृष्ण मंदिर बाबा बंशीधर के नाम से जाना जाता है. मंदिर में स्थित मूर्ति सोने की बनी हुई है. यहां श्रद्धालुओं की भीड़ हमेशा लगी रहती है.
- लातेहार:नेतरहाट और बेतला नेशनल पार्क
- पूर्वी सिंहभूम:जुबली पार्क, दलमा अभयारण्य
- प.सिंहभूम: हिरणी फॉल
- खूंटी: पंचघाघ फॉल
- चतरा: ईटखोरी
- हजारीबाग:हजारीबाग नेशनल पार्क और सूरजकुंड
विदेशी पर्यटकों के लिए खास होता है दिसंबर-जनवरी:वैसे तो यहां साल भर पर्यटकों का जमावड़ा लगा रहता है, लेकिन दिसंबर-जनवरी विदेशी पर्यटकों के लिए खास होता है जहां हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं. पर्यटन विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो 2020 में विदेशी पर्यटकों की संख्या 490 और 2021 में 1637 पहुंची. आंकड़ों पर नजर डालें तो झारखंड में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन स्थल काफी लाभदायक हैं. देवघर बैद्यनाथ मंदिर से सरकार को हर साल करोड़ों रुपये का राजस्व मिलता है. इसी तरह बासुकीनाथ मंदिर, पारसनाथ मंदिर, इटखोरी मंदिर, छिन्नमस्तिका मंदिर और बंशीधर धाम से भी भारी राजस्व मिलता है. राजस्व के साथ-साथ लाखों लोगों का रोजगार भी यहां से जुड़ा है.