रांचीः प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पिता और जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन के घर के पास दिनदहाड़े गोलीबारी कर कुख्यात लामा की हत्या कर अपराधियों ने रांची पुलिस को खुली चुनौती दी है. इस मामले में रांची पुलिस ने एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन अभी भी चार फरार चल रहे हैं. कहा जा रहा है कि अपराधियों की दहशत कायम रहे इसलिए उन्होंने हाई सिक्योरिटी जोन में वारदात को अंजाम दिया. इसमें थानेदार पर भी सवाल उठ रहे हैं.
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दहशत फैलाने के लिए वारदातः राजधानी में अपराध की दुनिया पर पैनी नजर रखने वाले कुछ मुखबिरों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि लव कुश शर्मा गैंग ने पूरी सोची समझी साजिश के तहत रांची के हाई सिक्योरिटी इलाके में घटना को अंजाम दिया है, ताकि इस दुस्साहस के बाद उनके गिरोह का खौफ राजधानी के कारोबारियों के सिर चढ़कर बोले.
दरअसल, हाल के दिनों में लव कुश शर्मा गैंग की पकड़ राजधानी में कमजोर पड़ गई थी. यहां तक की कल तक जो कालू लामा उनके इशारे पर काम किया करता था वह भी उन्हें आंखें दिखाने लगा था. मोरहाबादी के दुकानदारों से वसूली का काम लव कुश शर्मा गैंग से छीन लामा गिरोह वसूली करने लगा था. इस मामले को लेकर जेल में बंद लवकुश शर्मा और लामा के बीच बहस भी हुई थी.
जहानाबाद से आए शूटर और लामा को मार डालाःलव कुश शर्मा गैंग ने यह तय कर लिया था कि कालू लामा को ऐसी जगह पर मारना है, जिससे राजधानी में खलबली मच जाए. साजिश के तहत लव कुश शर्मा गैंग लगातार लामा पर नजर रख रहा था. इधर मोरहाबादी के दादा दादी पार्क स्थित एक चाय दुकान पर अक्सर कालूराम आ जाया करता था. लव कुश शर्मा गैंग ने यह तय किया कि उसी चाय दुकान पर लामा को ठिकाने लगाना है.
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इसके लिए तीन शूटर जहानाबाद से बुलाए गए जबकि सोनू शर्मा और राजू चोटी रांची में ही मौजूद थे. गुरुवार दोपहर दो बजे जिस समय मोरहाबादी मैदान में भीड़-भाड़ थी, उस दौरान पांचों ने मिलकर लामा गिरोह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की जिसमें लामा मारा गया. वहीं उसका छोटा भाई राजू लामा और दोस्त शुभम विश्वकर्मा भी घायल हो गया. हालांकि पुलिस ने कार्रवाई करते हुए देर रात राजू चोटी को धर दबोचा है. इस मामले में लगभग एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
लालपुर थानेदार की लापरवाही ने दिया बड़ा मौकाःमोरहाबादी मैदान में दुकान लगाने वाले कुछ दुकानदारों ने बताया कि मोरहाबादी मैदान में अक्सर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है. इससे पहले जब थाना प्रभारी अरविंद कुमार सिंह हुआ करते थे उस समय पुलिस बेहद कड़ाई से पेश आती थी. आरोप है कि नए थाना प्रभारी राजीव कुमार के आने के बाद चीजें बदल गईं. अब मोरहाबादी मैदान में हर तरह के नशे का सामान मिलने लगा है. बाजार में लामा की गतिविधि भी बढ़ गईं थीं और वह सब्जी से लेकर फल दुकानदार तक से रंगदारी वसूलने लगा था.
एसएसपी के आदेश की भी अनदेखीः रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने मोरहाबादी मैदान में लगने वाले जमघट को लेकर कई बार,उस पर कार्रवाई करने का आदेश भी लालपुर थाना प्रभारी को दिया था. लेकिन इसके बावजूद वहां कोई कार्रवाई नहीं हुई. नतीजा अपराधियों को फलने-फूलने और बढ़ने का मौका मिला और एक हाई सिक्योरिटी जोन में गैंगवार की वारदात को अंजाम दिया गया, जिसके चलते पूरे रांची पुलिस की बदनामी हुई.