रांचीः झारखंड मिथिला मंच के द्वारा आयोजित होने वाले मिथिला महोत्सव की तैयारी पूरी हो चुकी है. तीन दिवसीय इस महोत्सव में साहित्यिक गतिविधि के साथ-साथ रांची के हरमू मैदान में सरस मेला का भी आयोजन किया जाएगा, जो मिथिला की संस्कृति, सभ्यता और परंपरा को दर्शाता हुआ दिखेगा. इसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत प्रदेश के कई आला नेताओं और गणमान्य लोगों के शामिल होने के आसार हैं.
इसे भी पढ़ें- Mithila Mahotsav 2023: रांची में तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव की तैयारियां पूरी, इस साल का अक्षर सम्मान मिलेगा महेंद्र मलंगिया को
तीन दिवसीय मिथिला महोत्सव का आगाज शुक्रवार से होगा. मिथिला की संस्कृति सभ्यता एवं परंपराओं को दर्शाती इस मिथिला महोत्सव के पहले दिन यानी शुक्रवार को काव्य संध्या आयोजित होगा जो अरगोड़ा तालाब के समीप लेक गार्डन सभागार में किया जाएगा. झारखंड मिथिला मंच द्वारा आयोजित इस महोत्सव के पहले दिन के काव्य संध्या में रांची के अलावा बिहार से कई दिग्गज साहित्यकार शिरकत करेंगे.
जिन कवियों के द्वारा साहित्यिक रचना प्रस्तुत की जाएगी उनमें जगदीश चंद्र ठाकुर अनिल, फूल चंद्र झा प्रवीण, दीप नारायण, हितनाथ झा, अमित पाठक, कमलेश प्रेमेंद्र के अलावा जाने-माने साहित्यकार और साहित्य अकादमी से सम्मानित मनीष अरविंद, सियाराम झा सरस, डॉक्टर कृष्ण मोहन झा शामिल हैं. इन साहित्यकारों के द्वारा देर शाम तक मैथिली प्रेमी श्रोता कविता पाठ का आनंद उठाते नजर आएंगे.
मिथिला महोत्सव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी किया गया है आमंत्रितः राजधानी रांची के हरमू मैदान में आयोजित 15 और 16 अप्रैल के कार्यक्रम सांस्कृतिक कार्यक्रम के रूप में होगा. जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी शिरकत करने के लिए आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा झारखंड और बिहार के कई राजनेता भी इसमें शामिल होंगे. 15 अप्रैल को मैथिली के जाने-माने साहित्यकार और नाटककार महेंद्र मलंगिया को अक्षर सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन होगा. 15 और 16 अप्रैल के कार्यक्रम में जाने-माने ध्रुपद गायक हरिनाथ झा दिल्ली से रांची 14 तारीख को ही भाग लेने के लिए पहुंच जाएंगे. इसके अलावा पटना से रंजना झा, दरभंगा से माधव राय, मधुबनी से पूनम मिश्रा, दिल्ली से जूली झा, रांची से ज्योति मिश्रा रांची, दिल्ली से मास्टर स्वास्तिक भारद्वाज और रांची से डॉ. उज्जवल राय की प्रस्तुति होगी.
इस मौके पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम की जानकारी देते हुए झारखंड मिथिला मंच के अध्यक्ष मनोज मिश्र ने कहा कि मिथिला महोत्सव के दौरान नृत्य लोक नृत्य एवं हास्य प्रशासन के अलावे पुस्तक मेला मिथिला लोक चित्रकला एवं पारंपरिक सिक्की मौनी दनौड़ी, पाग का सरस मेला के माध्यम से लोगों को उपलब्ध होगा. सरस मेला के दौरान लगे स्टॉल पर लोगों को रियायती दर पर माछ भात का भी आनंद उठा सकते हैं.
झारखंड मिथिला मंच के महासचिव मिथिलेश कुमार मिश्र ने कहा कि मिथिला महोत्सव की तैयारी पूरी हो चुकी है. इस मौके पर संस्था के द्वारा स्मारिका का भी विमोचन किया जाएगा जो साहित्यिक आलेख के साथ-साथ संस्था द्वारा किए गए गतिविधि के बारे में जानकारी उसमें समाहित रहेगी. इस कार्यक्रम के दौरान उल्लेखनीय कार्य करने वाले मिथिला एवं मैथिल समाज से जुड़े कुछ लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा.