रांची: कोविड-19 पूरे विश्व में एक ऐसी महामारी के रूप में जनमानस के बीच अपना फन फैला चुकी है कि आम लोगों की हर खुशी, आम लोगों की हर चाहत, आम लोगों की हर जरूरत, कोविड-19 के जुर्म के आगे असहाय सी दिख रही है. 2021 चला गया 2022 आ गया. 2021 के जाने और 2022 के आने में अगर कुछ साथ-साथ है तो कोविड-19 का वह क्रूर रूप जो 2021 के आगाज के साथ साथ चला है और 2021 के जाते-जाते अपने नए वेरिएंट का कहर लोगों के बीच छोड़ गया है. देश के आम आवम के साथ ही झारखंड की जनता ने भी कोना महामारी के इस दर्द को झेला है. जिसमें अपने झारखंड को रोते, बिलखते, सिसकते महसूस किया है. 2022 नई उम्मीदों की सौगात लेकर हर दरवाजे पर दस्तक दे रहा है. लेकिन सजगता नहीं रही तो झारखंड को एक बार फिर रोना, बिलखना, सिसकना पड़ सकता है.
ये भी पढ़ें-अलविदा 2021ः हजारीबाग में दो एसपी का कार्यकाल, 25 लाख के इनामी नक्सली समेत 100 से ज्यादा अपराधी हुए गिरफ्तार
झारखंड में कोरोना
बात 2021 की करें 3,50,986 लोग कोरोना की चपेट में आए थे. 3,44,472 लोग ठीक होकर अपने घर गए. पूरे झारखंड में कोरोना से 5,143 लोगों की मौत हुई. आज भी 5143 लोगों का परिवार कोविड-19 के क्रूर कहर का एक ऐसा मूक गवाह बन चुका है, जिसके अंदर दर्द की कहानी कभी खत्म ही नहीं होगी. कोविड-19 के क्रूर कहर में न जाने कितने लोगों का सब कुछ बर्बाद हो गया. जो जिंदा है उन्हें जिंदा रहने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है. पूरा परिवार इसके लिए दुआ किया है. झारखंड किसी किनारे पर खड़ा हो करके अपने लोगों को रोते देख अपनी ही आत्मा का खून पीया है.
2021 कोरोना कहर के कारण झारखंड और झारखंड के लोगों को इसी तरह का दर्द दे गया है. 2022 में ओमीक्रोन के नए वेरिएंट ने झारखंड के दरवाजे पर दस्तक दी है और झारखंड के लोगों को इससे दिक्कतें भी हुई हैं. बढ़ते मामले इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि कहीं ना कहीं एक चुनौती झारखंड के सामने आ गई है. अब एक बार झारखंड को फिर से एकजुट होना है, सजग होना है, सतर्क होना है, ताकि कोविड का 2021 जैसा प्रभाव 2022 में झारखंड के लोगों को न झेलना पड़े. इसके लिए सतर्कता जरूरी है और सतर्क रह कर के ही ओमीक्रोन वेरिएंट को झारखंड से दूर किया जा सकता है.
ये भी पढें-अलविदा 2021: शिक्षा जगत पर कोरोना का प्रभाव, प्राथमिक से उच्च शिक्षा तक प्रभावित
झारखंड में ओमीक्रोन का खतरा
2021 के जिस दर्द को झारखंड ने देखा है. 2022 में उसे झारखंड की सरजमी पर आने ही नहीं देंगे. सीमाओं पर सतर्कता इतनी ज्यादा रखेंगे कि किसी भी तरीके का कोई नया वेरिएंट झारखंड में आने ही ना पाए. सभी लोगों को सतर्क रहना है, सभी लोगों को सजग रहना है, सभी लोगों को तटस्थ रहना है, सभी लोगों को कोविड-19 गाइडलाइन के हर मानक का पालन करना है. ताकि किसी भी तरीके से झारखंड की जनता को किसी भी तरह का नुकसान ना हो. 2022 का आगाज बहुत बेहतर तरीके से करना है और पूरे 2022 को झारखंड में और झारखंड को हंसते हुए दिखाना है. रोने की कोई हालात बने ना इसके लिए झारखंड में ओमीक्रोन वेरिएंट आने ही नहीं देंगे. 2022 के आगाज पर सभी लोगों को यह शपथ लेना है कि कोरोना वायरस को हराने के लिए हर वो काम करेंगे जो करोना को हराने के लिए कारगर है और जिससे कोरोना वायरस हार जाए. चाहे सोशल डिस्टेंसिंग के पालन का मामला हो या फिर सेनेटाइजर का. वह सब कुछ करेंगे जो कोरोना को हराने के लिए जरूरी है.
ईटीवी भारत झारखंड के तमाम लोगों से अपील करता है कि नए साल पर एक ही संकल्प रखना है कि मानव मूल्य को स्थापित करने के लिए कोरोना वायरस को मारना जरूरी है और कोरोना तभी मरेगा जब सभी लोग संकल्पित होकर एकजुट होकर कोरोना वायरस पर प्रहार करेंगे. ईटीवी भारत उन सभी लोगों को अपनी श्रद्धांजलि देता है जो 2021 में कोरोना वायरस के काल काल्वित हुए. उन सभी परिवारों के साथ अपनी आस्था प्रकट करता है जिन लोगों ने 2021 में अपनों को खो दिया. 2022 के लिए ईटीवी भारत की आप से अपील है कि हर हाल में कोरोना वायरस को हराना है और इसके लिए सभी को सजग होकर लड़ना है. 2022 सब के लिए सफल रहे, सुखद रहे, सब स्वस्थ रहें, निरोग रहें, झारखंड खुशहाल रहे, इन्ही मंगल कामनाओं को ईटीवी भारत झारखंड के लोगों के लिए चाहता है. आप तमाम लोगों को ईटीवी भारत झारखंड की तरफ से 2022 की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई.