रांची: प्रदेश में बनी महागठबंधन की बहुमत वाली सरकार के कैबिनेट एक्सपेंशन में हो रही देरी की वजह विभागों पर चल रही 'ज़िच' को भी माना जा रहा है. दरअसल एक तरफ जहां झामुमो सरकार पर पकड़ बनाए रखने के मकसद से महत्वपूर्ण विभाग अपने पास रखना चाहता है. वहीं, कांग्रेस 'सत्ता की चाबी' अपने हाथ में रखने को लेकर एक्टिव है.
अंदरूनी सूत्रों पर यकीन करें तो मामला गृह, वित्त, सड़क निर्माण, भवन निर्माण समेत कल्याण विभाग को लेकर फंस रहा है. पिछली सरकार के फॉर्मूला अगर देखें तो तत्कालीन सीएम के पास सभी महत्वपूर्ण विभाग थे, हालांकि मौजूदा सरकार में यह संभव नहीं होगा, लेकिन बावजूद इसके मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन महत्वपूर्ण विभागों को अपने पोर्टफोलियो में जोड़कर रखने की कवायद में लगे हैं. दरअसल सीएम के पास होम डिपार्टमेंट सूचना एवं जनसंपर्क विभाग भवन निर्माण जैसे विभागों को लेकर कांग्रेस अपनी डिमांड रख रही है.
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इन विभागों पर है कांग्रेस की नजर
सरकार में कैबिनेट मंत्री और झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रामेश्वर उरांव पूर्व आईपीएस अधिकारी रह चुके हैं. ऐसे में अपने अनुभवों का हवाला देते हुए वह होम डिपार्टमेंट की चाह रखते हैं. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस से महिला कोटे में आने वाली मंत्री शिक्षा विभाग की तरफ नजर गड़ाए हुए हैं. इसके अलावा महिला एवं बाल विकास विभाग के ऊपर भी कांग्रेस की नजर है. जबकि वित्त, सड़क निर्माण, ऊर्जा जैसे महत्वपूर्ण विभागों पर भी पार्टी अपनी पकड़ बनाए रखना चाहती है.