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सरयू राय की जीवनी द पीपुल्स लीडर सुर्खियों में, जानिए क्या है इस किताब में खास - रांची खबर

सरयू राय की जीवनी (Saryu Rai Biography) द पीपुल्स लीडर का विमोचन सीएम हेमंत सोरेन और स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने रांची में किया है. किताब के लेखक विवेकानंद झा ने इसमें सरयू राय की सामाजिक, राजनीतिक और पारिवारिक जीवन पर विस्तार से जानकारी दी है.

The Peoples Leader Biography of Saryu Rai
द पीपुल्स लीडर का विमोचन

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Published : Nov 25, 2021, 5:16 PM IST

Updated : Nov 25, 2021, 6:44 PM IST

रांची: सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार एवं राजनीति में शुचिता की वकालत करने वाले झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री सह जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय की जीवनी (Saryu Rai Biography) द पीपुल्स लीडर का विमोचन आज यानी 25 नवंबर को प्रोजेक्ट भवन में किया गया.

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प्रोजेक्ट भवन सभागार में आयोजित कार्यक्रम में विवेकानंद झा द्वारा लिखित इस पुस्तक का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने किया. प्रभात प्रकाशन द्वारा द पीपुल्स लीडर (The Peoples Leader) नाम से प्रकाशित इस पुस्तक में 270 पेज है. जिसे 22 भागों में अलग कर सरयू राय की सामाजिक, राजनीतिक और पारिवारिक जीवन पर विस्तार से जानकारी दी गई है. पुस्तक का विमोचन करते हुए सीएम हेमंत सोरेन और स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने खुशी जताई. वहीं लेखक विवेकानंद झा ने राजनीति में सुचिता को केंद्रित कर किताब लिखने की बात कही. विधायक सरयू ने इस पुस्तक में लिखी गई बातों को सत्य बताते हुए लेखक के प्रति आभार जताया.

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द पीपुल्स लीडर में यह है खास

विवेकानंद झा ने यह पुस्तक सरयू राय के जीवन पर लिखी है, जिसे देश के बड़े प्रकाशकों में से एक दिल्ली के प्रभात प्रकाशन ने प्रकाशित किया है. विवेकानंद झा ने बंबई में बिहारी विरोधी भावना चरम पर होने के समय एक पुस्तक लिखी थी जिसका नाम है 'हां मैं बिहारी हूं'. इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक पुस्तक लिखी जिसका नाम है '56 इंचेज'. फिर उन्होंने 'लिविंग लिजेंड ऑफ मिथिला' लिखी. इन पुस्तकों के कारण विवेकानंद झा को राष्ट्रीय ख्याति मिली.

विवेकानंद झा ने ‘द पीपुल्स लीडर’ में सरयू राय के व्यक्तिगत, सामाजिक, राजनीतिक जीवन के कई अनछुये पहलुओं को उजागर किया है. 1974 छात्र आंदोलन, आपातकाल में भूमिका, राजनीति में पदार्पण, विभिन्न मुद्दों पर मतभेद, घोटालों को उजागर करने में भूमिका से लेकर अन्य कई घटनाओं का जिक्र इस पुस्तक में किया गया है. सरयू राय के बचपन से लेकर राजनीतिक जीवन तक के सफर को बायोग्राफी के जरिए दी गई जानकारी वाकई में पाठकों के लिए रोचक है.

हालांकि अंग्रेजी में पुस्तक लिखे जाने के कारण सर्वग्राही होना मुश्किल होगा. खास बात यह कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और लाल कृष्ण आडवाणी के राजनीतिक सलाहकार रहे सुधीन्द्र कुलकर्णी और पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने पुस्तक की भूमिका लिखी है.

Last Updated : Nov 25, 2021, 6:44 PM IST

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