रांची: कोरोना संक्रमण की वजह से लंबे समय से मंदिरों के फाटक बंद हैं. पड़ोसी राज्यों की व्यवस्था का हवाला देते हुए झारखंड के मंदिरों के दरवाजे खोलने के लिए लगातार आग्रह किए जा रहे हैं. इस कड़ी में राज्य के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के मंत्री बादल पत्रलेख ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की.
बहुत जल्द खुल जाएंगे मंदिरों के फाटक! सत्ता पक्ष के प्रतिनिधिमंडल का सीएम से आग्रह
मंत्री बादल पत्रलेख के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल सीएम से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने राज्य के धार्मिक स्थलों को खोलने का आग्रह किया है.
उन्होंने मुख्यमंत्री को निवेदन पत्र देकर बाबा बैद्यनाथ मंदिर देवघर, बासुकीनाथ मंदिर, रजरप्पा, ईटखोरी, पहाड़ी मंदिर सहित राज्यभर में स्थित दर्जनों बंद मंदिर को पूजा-अर्चना के लिए खुलवाने का अनुरोध किया है. निवेदन पत्र में मंत्री बादल ने कहा है कि कोरोना महामारी की वजह से पूरा विश्व सहित हमारा राज्य भी प्रभावित रहा है, संक्रमण के इस दौर में मंदिरों को सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से बंद रखा गया है. अब श्रद्धालुओं द्वारा पूजा-अर्चना हेतु बंद मंदिरों को खोलने का अनुरोध किया जा रहा है. मंदिरों से बहुत सारे लोगों के रोजी-रोजगार भी जुड़े हुए हैं.
उन्होंने लिखा है कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण का प्रकोप घटा हुआ है . ऐसे में भक्तों की श्रद्धा और मंदिरों पर आश्रित लोगों के परिवारजनों की आर्थिक समस्या के मद्देनजर बाबा बैद्यनाथ मंदिर देवघर, बासुकीनाथ मंदिर, रजरप्पा मंदिर, ईटखोरी, पहाड़ी मंदिर सहित राज्यभर स्थित दर्जनों बंद मंदिरों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए पूजा-अर्चना के लिए खुलवाने पर सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाए.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संबंध में यथोचित निर्णय लेने का आश्वासन मंत्री बादल को दिया. मौके पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम, विधायक उमाशंकर अकेला, इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और ममता देवी उपस्थित थे.