रांचीःआरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ( RJD Chief Lalu Yadav ) के छोटे बेटे और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav ) दो दिवसीय दौरे पर आज रांची आएंगे. तेजस्वी के रांची आने का मुख्य उद्देश्य आरजेडी को बूथ स्तर पर मजबूत करना है.
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पार्टी सूत्रों ने बताया कि तेजस्वी यादव शनिवार को दोपहर 3:30 बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगे. यहां पर राजद कार्यकर्ता उनका स्वागत करेंगे. इसके बाद तेजस्वी भगवान बिरसा मुंडा, अलबर्ट एक्का, कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करेंगे. इसके बाद आरजेडी नेताओं से मुलाकात करेंगे.
कार्यकर्ता सम्मेलन में करेंगे शिरकत
दूसरे दिन यानी 19 सितंबर को तेजस्वी सुबह 11 बजे से कार्निवाल हॉल में झारखंड के सभी 24 जिलों से आए कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करेंगे. इस सम्मेलन के बाद तेजस्वी वापस पटना के लिए रवाना हो जाएंगे. बता दें कि तेजस्वी यादव पहले अपने पिता लालू यादव से मिलने रांची आते थे, लेकिन पहली बार कार्यकर्ताओं से मिलने रांची आ रहे हैं. जानकारी के मुताबिक, तेजस्वी यादव झारखंड आरजेडी में जान फूंकने के लिए हर महीने रांची आएंगे. पार्टी को मजबूत करने और कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाने का कोशिश करेंगे. 'तेजस्वी चला आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत झारखंड आरजेडी मिशन 2024 पर काम करेगी.
बिहार की सीमा से लगे झारखंड में राजद का था प्रभाव
एकीकृत बिहार में आरजेडी का पलामू, चतरा, लातेहार, गोड्डा और देवघर सहित बिहार की सीमा से लगे कई इलाकों में खासा प्रभाव था. लेकिन, वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी का झारखंड में खाता तक नहीं खुला था. 2019 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के एकमात्र विधायक सत्यानंद भोक्ता चतरा से चुनाव जीतने में सफल रहे. सत्यानंद भोक्ता वर्तमान सरकार में मंत्री हैं.
झारखंड बनने के 20 साल बाद क्यों याद आया झारखंड?
लालू प्रसाद की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की राजनीति शुरू से ही बिहार केंद्रित रही है. झारखंड शुरू से उनके लिए मुख्य एजेंडे में नहीं रहा है. ऐसे में यह सवाल लाजमी है कि आखिर राजद के लिए अब झारखंड महत्वपूर्ण क्यों हो गया? इस सवाल के जवाब से भले ही राजद के नेता इत्तेफाक न रखें लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि भाजपा में अन्नपूर्णा देवी का कद बढ़ता जा रहा है और यादव मतदाताओं का रूझान उनकी तरफ बढ़ रहा है. राजद नहीं चाहता कि उनके कोर वोटर छिटकें और पार्टी को आगे नुकसान उठाना पड़े. यही वजह है कि तेजस्वी ने झारखंड में राजद को मजबूती देने के लिए बड़ा प्लान तैयार किया है.