रांचीः झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी रैलियों का दौर चल रहा है. शक्ति प्रदर्शन के लिए तमाम पार्टियां अपना बल दिखाने के लिए कई तरह की सभाएं और रैली का आयोजन कर रही है. इसी कड़ी में राजधानी रांची के हरमू मैदान में रविवार को राष्ट्रीय जनता दल ने जन आक्रोश रैली का आयोजन किया. इस रैली में बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित कई आरजेडी नेता शामिल हुए.
हेमंत सोरेन कार्यक्रम में नहीं हुई शामिल
रैली में तेजस्वी यादव के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव, पूर्व मंत्री अब्दुल बारिक सिद्धकी और राष्ट्रीय जनता दल के कई बड़े नेता उपस्थित रहें. तमाम नेताओं ने कार्यकर्ताओं में विधानसभा के मद्देनजर जोश भरने का काम किया. हालांकि राष्ट्रीय जनता दल ने झारखंड नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव को भी कार्यक्रम में शामिल होने लिए आमंत्रण दिया था, लेकिन दोनों नेता मंच से नदारद रहे. मंच पर दोनों की कुर्सियां तो सजाई गई थी लेकिन नेता नजर नहीं आए.
तेजस्वी यादव का भाजपा पर हमला
वहीं, तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में कहा कि यह जन आक्रोश रैली है यानी जनता का आक्रोश. यह रैली भाजपा भगाओ झारखंड बचाओ रैली है. तेजस्वी यादव ने कहा कि इस डबल इंजन की सरकार में एक इंजन भ्रष्टाचार तो दूसरा अपराध है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव की लोकप्रियता देख भाजपा ने पहले उन्हें झूठे आरोपों में फंसाया, इसके बाद पूरे परिवार पर झूठे मुकदमा कर परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव भाजपा के आगे रुकने वाले नहीं हैं और न ही तेजस्वी यादव.
राजनीतिक साजिश कर रही रघुवर सरकार
झारखंड सरकार पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार के इशारे पर उन्हें जेल में बंद पिता से मिलने नहीं दिया जाता. कोई भी जेल मैनुअल यह नहीं कहता कि अपने पिता से बेटा नहीं मिल सकता है. लेकिन उन्हें अपने पिता तक से भी मिलने नहीं दिया जाता. यह कैसा कानून है और किसके इशारे पर यह चल रहा है. यह किसी से छिपा हुआ नहीं है. वहीं, तेजस्वी यादव ने नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन का न आने को लेकर सवाल पर कुछ भी जवाब नहीं दिया.