रांची: झारखंड कांग्रेस में अनुशासनात्मक कार्रवाई के बावजूद प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर और प्रदेश प्रभारी का विरोध कम नहीं हो रहा है. गुरुवार को बापू वाटिका के पास बड़ी संख्या में कांग्रेसजनों ने धरना दिया और प्रदेश अध्यक्ष को पदमुक्त करने की मांग आलाकमान से की. हालांकि, विक्षुब्ध गुट के नेताओं के तेवर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के खिलाफ थोड़ा नरम दिखा.
प्रदेश अध्यक्ष को हटाने के लिए बापू की शरण में निलंबित कांग्रेस नेता, कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद आलाकमान से करेंगे मुलाकात - रांची न्यूज
झारखंड कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर को हटाने के लिए पार्टी से निलंबित नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ रांची में धरना दिया. इस दौरान उन्होंने राजेश ठाकुर के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली.
![प्रदेश अध्यक्ष को हटाने के लिए बापू की शरण में निलंबित कांग्रेस नेता, कर्नाटक चुनाव परिणाम के बाद आलाकमान से करेंगे मुलाकात Suspended Congress leaders protest in Ranchi](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/1200-675-18304686-396-18304686-1682000306555.jpg)
कांग्रेस से निलंबित प्रदेश महासचिव आलोक दुबे, राजेश गुप्ता, डेलीगेट्स मेम्बर लाल किशोरनाथ शाहदेव, रमेश उरांव के साथ बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं ने मोरहाबादी बापू वाटिका के पास धरना दिया. कांग्रेस के पूर्व प्रदेश महासचिव राजेश गुप्ता ने कहा कि आज हर एक सच्चा कांग्रेसी मर्माहत है. यही वजह है कि इतनी गर्मी के बावजूद बड़ी संख्या में कार्यकर्ता धरना और सत्याग्रह में शामिल होने पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष तानाशाही के रास्ते चल रहे हैं. उनका हर फैसला कांग्रेस के खिलाफ जा रहा है. ऐसे में आलकमान जितना जल्द राजेश ठाकुर को पदमुक्त करें उतना अच्छा होगा.
रामगढ़ उप चुनाव परिणाम की समीक्षा क्यों नहीं: करीब 35 वर्षों से कांग्रेसी रहे और वर्तमान में निलंबित नेता आलोक दुबे ने कहा कि उनके नेता राहुल गांधी कहते हैं कि सच बोलो और डरो मत! क्या, आज यह सवाल उठाना पार्टी विरोधी है कि रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में हार की समीक्षा होनी चाहिए. प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी अपने ही मंत्रियों को नन परफॉर्मर बता रहे हैं. यह तो बीजेपी को मौका देने वाली बात हो गयी. क्या इसका विरोध करना पार्टी विरोधी है?
कांग्रेस के लिए एक और संघर्ष की तैयारी: आलोक दुबे ने कहा कि मैं खांटी कांग्रेसी हूँ. पार्टी संगठन के लिए संघर्ष के दौरान 31 केस मेरे ऊपर हुए हैं. ऐसे में NCP से आया हुआ नेता प्रदेश अध्यक्ष बनकर कांग्रेस को बर्बाद करेगा तो हम हाथ पर हाथ धरे बैठे नहीं रह सकते हैं. आलोक दुबे ने कहा कि आज के धरना के बाद कर्नाटक विधानसभा चुनाव और परिणाम के (13 मई) बाद दिल्ली जाकर मल्लिकार्जुन खड़गे के पास अपनी बात रखेंगे. अब इस तानाशाह प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को जाना ही होगा.
प्रभारी के खिलाफ आज तेवर सख्त नहीं: कांग्रेस के विक्षुब्ध नेताओं के तेवर प्रदेश प्रभारी के प्रति सख्त नहीं दिखा. कल तक प्रदेश प्रभारी के खिलाफ रहे विरोधी गुटों के हमले के केंद्र में राजेश ठाकुर रहे. आलोक दुबे ने कहा कि बोर्ड निगम के गठन में अगर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की जगह दलबदलुओं को प्राथमिकता दी गयी तो ईंट से ईंट बजा दिया जाएगा.
पीसीसी डेलीगेट्स मेम्बर लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि हम चुप बैठने वाले नहीं हैं. संघर्ष की राह पर चल कर कांग्रेस को राजेश ठाकुर से मुक्त करेंगे और पार्टी को मजबूत करेंगे. लाल किशोर नाथ शाहदेव ने कहा कि राज्य में एक आदिवासी को प्रदेश अध्यक्ष बनाना चाहिए तो यहां राजेश कच्छप, नमन विक्सल कोंगारी और डॉ इरफान अंसारी जेसे विधायकों को प्रताड़ित किया जा रहा है. यह स्थिति तब है जब राज्य में आदिवासियों के लिए रिजर्व 28 में से 26 विधानसभा सीट महागठबंधन को मिला है. हम आदिवासियों का वोट लें और सत्ता का मजा राजेश ठाकुर लें, यह नहीं होगा.
वहीं रमेश उरांव ने कहा कि इस प्रदेश अध्यक्ष के रहते झारखंड में कांग्रेस मजबूत नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि दल में आदिवासी, अल्पसंख्यक, महिलाओं की उपेक्षा की जा रही है, इससे पार्टी कैसे मजबूत होगी.