रांची:रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की करारी हार के बाद कांग्रेस के असंतुष्ट गुट ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश अतिथिशाला में रविवार को कांग्रेस के निलंबित पूर्व महासचिव आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और वरिष्ठ नेता हनी सिंह मुंडा ने संवाददाता सम्मेलन कर कहा कि सिर्फ और सिर्फ राजेश ठाकुर की वजह से पार्टी रामगढ़ में अपना सीट नहीं बचा सकी.
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सीएम मेहनत नहीं करते तो हो जाती जमानत जब्त: आलोक दुबे ने कहा अगर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन चुनाव प्रचार के अंतिम चार दिन मेहनत नहीं करते तो पार्टी वहां जमानत भी नहीं बचा पाती. उन्होंने कहा कि मांडर की जीत का क्रेडिट लेने वाले प्रदेश अध्यक्ष रामगढ़ की हार की जिम्मेदारी लेने से बच नहीं सकते. उन्होंने यह तक कह दिया कि राजेश ठाकुर के प्रदेश अध्यक्ष रहते, राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने का सपना पूरा करने में झारखंड कांग्रेस कोई सहयोग नहीं कर सकता.
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर गंभीर आरोप:आलोक दुबे ने कहा कांग्रेस सत्ता में है, इसके बावजूद पूर्व शिक्षामंत्री गीताश्री उरांव, सन्नी टोप्पो जैसे कई नेताओं ने दल छोड़ दिया है. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर पर उपचुनाव को गंभीरता से नहीं लेने का आरेप लगाया है. उन्होंने कहा कि जब प्रदेश अध्यक्ष को जनता के बीच रहना था, तब वह 3 बजे हेलीकॉप्टर से रामगढ़ जाते और 5 बजे लौट आते थे. रांची के होटल में रात में डांस करते थे. उन्होंने कहा कि मांडर में भी कांग्रेस की जीत पार्टी की नहीं बल्कि बंधु तिर्की के प्रभाव की जीत है. उन्होंने कहा कि रामगढ़ में ममता देवी का ममत्व और उनका संघर्ष इस प्रदेश अध्यक्ष की वजह से हार गया, इसका दुख उन्हें हैं.
दिल्ली जाएंगे लाल किशोरनाथ शाहदेव:वहीं पूर्व डेलिगेट्स मेंबर और निलंबित कांग्रेस नेता लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि वे होली के बाद एक शिष्टमंडल के साथ दिल्ली जाएंगे और मांग करेंगे कि तत्काल इस प्रदेश अध्यक्ष को हटाकर एक आदिवासी नेता को कमान सौंपी जाए. ताकि 2019 की तरह 2024 में पार्टी बेहतरीन प्रदर्शन कर राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने के सपने को पूरा करने में अपना सहयोग दे सके.
राजेश ठाकुर को भाजपा नेता का आदमी बताते हैं असंतुष्ट गुट: अनुशासनहीनता के आरोप में निलंबित आलोक दुबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव, राजेश गुप्ता छोटू, साधुशरण गोप, हनी मुंडा सहित कई ऐसे नेता हैं, जो लगातार राजेश ठाकुर को लेकर सवाल उठाते रहे हैं. इन सभी नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर को भाजपा नेता आरपीएन सिंह का आदमी बताते हुए मोर्चा खोल रखा है. रामगढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की हार के बाद असंतुष्ट गुट एक बार फिर आक्रामक हुआ है और राजेश ठाकुर पर तमाम आरोप लगाये हैं. अब देखना होगा कि आनेवाले दिनों में कांग्रेस नेतृत्व पर ये असंतुष्ट नेता किस हद तक दवाब बना पाते हैं.