रांची: कोरोना की दूसरी लहर में आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने सरकार से श्वेत पत्र जारी करने की मांग की है. इसको लेकर सुदेश कुमार महतो की अध्यक्षता में आजसू पार्टी की वर्चुअल मीटिंग का आयोजन किया गया. बैठक में पार्टी के सभी केंद्रीय पदाधिकारी, अनुषंगी इकाई के अध्यक्ष और सचिव, जिला अध्यक्ष, जिला सचिव, विधानसभा प्रभारी और जिला प्रभारी उपस्थित रहे.
बैठक में कोरोना काल में पार्टी की ओर से चलाए गए सेवा कार्य और टीकाकरण अभियान को लेकर समीक्षा की गई. इस दौरान सुदेश कुमार महतो ने वर्तमान सरकार की नीतियों और कामकाज को लेकर सभी नेताओं से बारी-बारी चर्चा की. साथ ही आगामी 22 जून को मनाए जाने वाले संकल्प दिवस के साथ-साथ संगठन के विषयों पर भी विस्तृत चर्चा की गई.
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ऑनलाइन पढ़ाई के दावे पर उठे सवाल
उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कोरोना का व्यापक असर दिख रहा है. पिछले 14 महीने से सरकारी स्कूल बंद चल रहे हैं. सरकार और शिक्षा विभाग बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई करवाने का दावा करती है लेकिन हकीकत के धरातल पर तस्वीर इससे उलटी ही नजर आती है.
ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों के पास स्मार्टफोन उपलब्ध न होने के कारण लाखों विद्यार्थी पढ़ाई से दूर हो चुके हैं. आजसू प्रमुख सुदेश महतो ने कहा कि हकीकत देखनी हो तो मुख्यमंत्री खुद संथाल और पश्चिम सिंहभूम जाकर देख लें. राज्य सरकार की नाकामी के कारण बेरोजगारों की बड़ी फौज खड़ी हो रही है.
रोजगार सृजन में झामुमो महागठबंधन सरकार फेल
सत्ता में आने से पहले झामुमो ने हर साल पांच लाख युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी लेकिन पिछले डेढ़ सालों का अनुभव बताता है कि झामुमो महागठबंधन सरकार के तमाम दावों के विपरीत बेरोजगारी विकराल रूप धारण कर चुकी है. सरकार के सभी दावा केवल खोखले साबित हो रहे हैं. महागठबंधन की सरकार युवाओं के साथ धोखा कर रही है. प्रदेश को बर्बादी की तरफ धकेल रही है.
कफन तक सीमित रह गई सरकार
वर्तमान सरकार कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने में पूर्ण रूप से फेल हो गई है. सुदेश महतो ने कहा कि राज्य की जनता ने मंत्रियों के समक्ष लोगों को दम तोड़ते हुए देखा. ऑक्सीजन सिलिंडर और दवाओं के लिए तरसते हुए देखा और सरकार मूकदर्शक बनी रही. राज्य में गरीबी, बेरोजगारी और पलायन चरम पर है. छात्रों और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
कोरोना मृतकों के परिजनों को मुआवजा दे सरकार
कोरोना महामारी ने चारों तरफ से लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है. बहुत से लोग ऐसे हैं जिनके अपनों की मौत हो गई. घर में जो कमाने वाला था उसकी मौत हो गई. अब घर में कोई कमाने वाला नहीं है. कई बच्चे ऐसे हैं जिनके मां-बाप दोनों चले गए. कई बुजुर्ग हैं जिनके कमाने वाले जवान बच्चे चले गए. आजसू प्रमुख ने सरकार से कोरोना से मरने वालों के परिजनों व आश्रितों को मुआवजा देने की मांग की है.
22 जून को आजसू पार्टी का संकल्प दिवस
आजसू पार्टी 22 जून को पूरे राज्य में संकल्प दिवस मनाएगी. एक सशक्त और समृद्ध झारखंड के निर्माण का संकल्प लेगी. कोरोना संक्रमण की वजह से मरने वाले दिवंगत आत्माओं एवं झारखंड के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के पश्चात संकल्प दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की जाएगी. आजसू पार्टी ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए 22 जून को सभी प्रखंडो में रक्तदान शिविर लगाने तथा वृक्षारोपण करने का निर्णय लिया है.