रांची: 6ठी जेपीएससी से जुड़े हाई कोर्ट के फैसले के बाद अब पीटी परीक्षा में आरक्षण में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है. ओबीसी और एसटी-एससी वर्ग के विद्यार्थियों ने इस मामले में विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों का कहना है कि झारखंड में 52 प्रतिशत ओबीसी को मात्र 14 प्रतिशत का आरक्षण दिया जा रहा है, जबकि सवर्णों को आबादी से 10 फीसदी ज्यादा आरक्षण दिए जाने का प्रावधान किया गया है.
छात्रों का क्या है कहना
छात्रों ने आरोप लगाया है कि झारखंड में जेपीएससी, जेएसएससी, सीजीएल समेत अन्य नियुक्तियों में आरक्षण का पालन सही तरीके से नहीं किया जा रहा है. एक तरफ जहां आरक्षित वर्गो के छात्रों का अंक अनारक्षित अभ्यर्थियों से ज्यादा लाने पर भी अनारक्षित श्रेणी में रिजल्ट नहीं दिया जा रहा है. उनका कहना है कि झारखंड के क्षेत्रीय और जनजातीय भाषा को अनिवार्य रूप से लागू न करके वैकल्पिक रूप से लागू किया गया है. वहीं, उड़िया, बंगाली, हिंदी, अंग्रेजी, भोजपुरी और मैथिली जैसी भाषाओं को ज्यादा तबज्जो दिया जा रहा है, जिसे आदिवासी और मूलवासी समुदाय हरगिज बर्दाश्त नहीं करेंगे. छात्रों का कहना है कि इस इस मुद्दे पर जोरदार आंदोलन किया जाएगा, वहीं, आने वाले समय में जेपीएससी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा.
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