रांची: लोकसभा में मानव संसाधन विकास विभाग द्वारा पेश किए गए एक रिपोर्ट में कहा गया है कि झारखंड के लगभग 30 प्रतिशत सेकेंडरी स्कूलों में बिजली की सुविधा नहीं है. मानव संसाधन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार झारखंड के सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने का रुझान भी कम हुआ हैं वहीं, प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या बढ़ी है.
2015-16 की तुलना में 2016-17 में सरकारी स्कूलों में नामांकन लेने वालों विद्यार्थियों की संख्या में काफी कमी आई है. 2015-16 में जहां 56,80,513 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था. वहीं 2016-17 में 55,88,043 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया था. झारखंड के 64.90 प्रतिशत बच्चे 10वीं और 12वीं में सरकारी स्कूलों में नामांकन कराते हैं, जबकि लगभग 35 प्रतिशत बच्चे प्राइवेट स्कूल में पढ़ते हैं.