रांची: झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने मंगलवार को एक अखबार के कार्यक्रम में कहा था कि राज्य में चल रही हेमंत सोरेन सरकार में कांग्रेस कोटे के सभी मंत्रियों का परफॉरमेंस संतोषजनक नहीं है. प्रदेश कांग्रेस प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे के बयान पर जब ईटीवी भारत ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमारे प्रभारी को मंत्रियों से और अधिक अच्छा करने की उम्मीद है. चारों मंत्री पार्टी के कार्यकर्ता हैं पार्टी का जो आदेश निर्देश होगा उसका पालन करेंगे. उन्होंने कहा कि वे पार्टी के कार्यकर्ता हैं कोई चक्रवर्ती सम्राट नहीं हैं कि हमेशा हेल्थ विभाग उनके नाम ही रहेगा. इसी बहाने उन्होंने पीएम मोदी पर भी तंज कसा कि वे हमेशा प्रधानमंत्री रहेंगे यह जरूरी नहीं है.
प्रदेश प्रभारी के बयान को बन्ना गुप्ता ने बताया अभिभावक की बात, राकेश सिन्हा ने कहा- अनिवाश पांडे की बात अन्यथा ना लें
कांग्रेस के झारखंड प्रभारी अविनाश पांडे अपने कोटे के मंत्रियों से नाखुश हैं. जाहिर सी बात है कि झारखंड में कांग्रेस कोटे के चार मंत्रियों का कामकाज प्रदेश प्रभारी को पसंद नहीं आया है. इन्होंने इस बात को उन्होंने सार्वजनिक तौर पर जाहिर भी किया. बावजूद इसके एक तरफ जहां बन्ना गुप्ता उनके बयान को एक अभिभावक का बयान बता रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस महासचिव राकेश सिन्हा कह रहे हैं कि प्रदेश प्रभारी की बातों को अन्यथा नहीं लिया जाना चाहिए.
प्रदेश प्रभारी के बयान पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हर अभिभावक की इच्छा होती है कि उसके बच्चे अच्छा प्रदर्शन करें, इसलिए उन्होंने यह बात कहीं है. वहीं, प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने प्रदेश प्रभारी और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे के बयान को एक सामान्य सी बात बताया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में हर किसी के कार्यों की समीक्षा अनवरत होती रहती है. यह सिर्फ मंत्री के लिए नहीं है बल्कि पार्टी संगठन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी से लेकर प्रखंड और पंचायत स्तर तक के पार्टी पदाधिकारियों को अपना परफॉरमेंस साबित करना होता है.
संगठन के पदाधिकारियों तक के लिए परफॉरमेंस जरूरी:प्रदेश महासचिव और प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि किसी को भी प्रदेश प्रभारी के बयान को अन्यथा लेने की जरूरत नहीं है. मंत्री जनहित के कार्यों को लेकर जनाकांक्षा पर कितना खरा उतरे हैं यह देखा जाता है. मंत्री को लेकर जनता में कैसी छवि है और उनके कामकाज को लेकर जनता क्या सोचती है यह भी महत्वपूर्ण होता है. राकेश सिन्हा ने आगे कहा कि केंद्रीय नेतृत्व से मिले टास्क को कौन कितना और किस उत्साह से पूरा करता है यह भी देखा जाता है. पार्टी की सदस्यता अभियान को कितनी गंभीरता से लिया गया है यह भी देखा जाता है. उन्होंने कहा कि प्रदेश प्रभारी ने सामान्य बात कही है, इसको हवा देने की जरूरत नहीं है.