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रिम्स से कैदी फरार होने के मामले में एसएसपी ने की कार्रवाई, तीन आरक्षी निलंबित

रिम्स से कैदी के फरार होने के मामले में तीन पुलिस कर्मियों पर गाज गिरी है. रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने लापरवाही के आरोप में पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. SSP suspends three constables.

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SSP Suspends Three Constables

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Nov 1, 2023, 11:04 PM IST

रांचीःरांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने रिम्स से कैदी के फरार होने के मामले में तीन आरक्षियों को निलंबित कर दिया है. मंगलवार को रिम्स में इलाजरत एक कैदी पुलिस कर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया था. जिसके बाद एसएसपी ने मामले की जांच कराने के बाद यह कार्रवाई की है.

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इन पुलिस कर्मियों को किया गया निलंबितःदरअसल, रांची के रिम्स से मंगलवार को इलाजरत कैदी सूरज मुंडा के फरार होने के मामले में तीन आरक्षी निलंबित कर दिए गए हैं. लापरवाही के आरोप में आरक्षी चरण उरांव, मंगल उरांव पिगुवा और दिलीप कुमार सिंह के निलंबित किया गया है. रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बुधवार इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है. आदेश में कहा गया है कि सदर डीएसपी दीपक बरवार को मामले की जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. उनकी रिपोर्ट के आधार पर ही तीनों पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया है.

सदर डीएसपी की जांच में क्या निकलाःसदर डीएसपी की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इलाजरत कैदी सूरज मुंडा की सुरक्षा में तीनों आरक्षियों को लगाया गया था. जिस वक्त कैदी फरार हुआ, तीनों में से एक भी कैदी के पास मौजूद नहीं थे. जांच में यह बात सामने आई है कि चरण उरांव बाथरूम गया हुआ था, जबकि अन्य दो आरक्षी रिम्स में मौजूद ही नहीं थे.

फरार कैदी का सुराग नहींःवहीं दूसरी तरफ रिम्स से फरार कैदी सूरज अब भी पुलिस के पकड़ से दूर है. पुलिस उसकी तलाश में अलग-अलग स्थानों पर छापेमारी कर रही है. रिम्स में सुरक्षा में तैनात आरक्षी चरण उरांव के बयान पर बरियातू थाने में कैदी सूरज मुंडा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है. चरण की ओर से दिए गए आवेदन में कहा गया है कि नौ अक्तूबर को कैदी सूरज की सुरक्षा में उन्हें लगाया गया था. उनके साथ आरक्षी दिलीप कुमार सिंह और मंगल सिंह पिगुवा की भी तैनाती की गई थी. तीनों ने आपस में कैदी की सुरक्षा के लिए समय बांट लिया था. सुबह छह से दो बजे तक मंगल, दोपहर दो से रात दस तक दिलीप और रात 10 से सुबह छह तक वह सुरक्षा संभालते थे.

31 अक्तूबर को अहले सुबह तीन बजे वह सूरज के हाथ में हथकड़ी लगाकर बेड में फंसा दिया. इसके बाद वह शौच के लिए गया. 20 मिनट के बाद जब वह लौटे तो देखा कि कैदी बेड पर नहीं है.आसपास में खोजबीन करने के बाद बरियातू पुलिस को मामले की जानकारी दी गई. पुलिस ने भी कैदी की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला. इसके बाद वह बरियातू थाना पहुंचकर कैदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी.

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