रांची: राजधानी में पुलिस की लापरवाही की वजह से छिनतई की वारदातें सामने आ रही हैं. वरीय अधिकारियों के आदेश को जूनियर अफसर और कर्मी लापरवाही भरे अंदाज में पूरा करते हैं. इस मामले का खुलासा रांची के सीनियर एसपी चंदन सिन्हा ने खुद किया है. सादे लिबास में हेलमेट पहनकर सड़क पर उतर एसएसपी ने वाहन चेकिंग के दौरान बरती जाने वाली लापरवाही की पोल खोल दी है.
एसएसपी के सामने खुली थानेदारों की पोल, एंटी क्राइम चेकिंग के नाम पर हो रही थी खानापूर्ति
राजधानी की कानून व्यवस्था को ठीक करने के लिए नए एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा सजग हैं. मंगलवार को पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली की जांच करने खुद सिविल ड्रेस में रांची की सड़कों पर उतरे. इस दौरान काम में लापरवाही बरतने वालों को नोटिस भी दिया.
Published : Sep 12, 2023, 7:18 PM IST
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क्या है पूरा मामला:रांची के सीनियर एसपी चंदन सिन्हा ने मंगलवार को दो पहिया वाहन की सघन जांच करने का निर्देश जारी किया था. जांच रांची के फिराया लाल चौक, सुजाता चौक, अरगोड़ा चौक, न्यू मार्केट चौक एवं लालपुर चौक पर करने को कहा गया था. शहर में वाहन चेकिंग अभियान सुचारू रूप से चल रहा है या नहीं यह देखने के लिए खुद रांची एसएसपी खुद हेलेमट पहन सादे लिबास में बाइक से शहर का जायजा लेने निकल गए. लेकिन जांच के दौरान एसएसपी ने पाया कि कुछ स्थानों को छोड़कर हर जगह वाहन चेकिंग में घोर लापरवाही बरती जा रही थी. जिन स्थानों पर वाहन चेकिंग सही तरीके से नहीं किया जा रहा था, उनसे संबंधित सुखदेव नगर, लालपुर, चुटिया एवं अरगोड़ा थाना प्रभारी से एसएसपी ने स्पष्टीकरण पूछा है.
केवल फिरायालाल में चल रहा था चेकिंग:एसएसपी के द्वारा यह निर्देश दिया गया था कि रांची के फिराया लाल चौक, सुजाता चौक, अरगोड़ा चौक, न्यू मार्केट चौक एवं लालपुर चौक पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जाए, लेकिन हीरालाल को छोड़कर कहीं भी अभियान सही तरीके से नहीं चलाया जा रहा था.
सतर्क रहें, लापरवाही नहीं चलेगा:रांची एसएसपी ने बताया कि अपराधी आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने में और फरार होने में बाइक का ही प्रयोग करते हैं. ऐसे में अगर सही तरीके से वाहन चेकिंग अभियान चलाया जाए तो अपराधियों के गिरफ्तार होने की संभावना बहुत ज्यादा होती है. यही वजह है कि वे खुद निरीक्षण करने के लिए सड़कों पर उतरे थे, जहां-जहां कमियां पाई गई है वहां के थानेदारों से स्पष्टीकरण पूछा गया है और निर्देश दिया गया है कि भविष्य में ऐसी लापरवाही ना दिखे.