रांची:आरयू के सामुदायिक रेडियो स्टेशन रेडियो खांची 90.4 F.M ने हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर कोविड-19 महामारी में हिंदी पत्रकारिता की चुनौतियों के विषय पर एक परिचर्चा आयोजित किया.
इसे भी पढ़ें: झारखंड में नहीं बढ़ रहा कोरोना वैक्सीनेशन! शनिवार को लक्ष्य का 49% ही हुआ टीकाकरण
वेबिनार के जरिए आयोजित हुआ हिंदी दिवस कार्यक्रम
वेबिनार की अध्यक्षता रांची विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कामिनी कुमार ने की. इस अवसर पर उन्होंने कहा की- पत्रकार लीडर्स की तरह होते हैं, जो समाज को एक नई दिशा दिखाते हैं, क्योंकि वो निष्पक्ष होकर खबरों को प्रस्तुत करते हैं, एक निष्पक्ष पत्रकार मजबूत विपक्ष से भी ज्यादा सशक्त होता है, जागरूक समाज पत्रकारिता के आर्थिक तंगी को भी कम कर सकता है. उन्होंने कोरोना से मौत होने वाले पत्रकारों के प्रति संवेदना भी जताई.
कई पत्रकार जुड़े
मुख्य वक्ता के रूप में पत्रकार अनुज कुमार सिन्हा ने कहा कि कोरोना के कारण न सिर्फ पत्रकारिता जगत, बल्कि पूरा देश संकट के दौर से गुजर रहा है, पत्रकारिता वर्क फ्रॉम होम की कसौटी पर खरा नहीं उतर सकता, ये समाज के भीतर जाकर की जाने वाली कार्य पद्धति है. उन्होंने असाधारण स्थिति को पत्रकारिता का एक नया जन्म मानते हुए कहा की ऐसी ही परिस्थितियों में हिंदी पत्रकारिता पर विश्वसनीयता हमेशा के लिए कायम हो सकेगी.