रांचीः राज्य में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति और प्रदेश कमिटी के गठन के बाद दल के अंदर उभरे मतभेद और विरोध के स्वर को कमजोर करने के लिए आज प्रदेश कांग्रेस के अनुशासन कमिटी की विशेष बैठक बुलाई 1(meeting of Disciplinary Committee of Congress) गई है. प्रदेश कांग्रेस अनुशासन कमिटी के संयोजक अमूल्य नीरज खलखो ने इसकी जानकारी ईटीवी भारत को देते हुए कहा कि पार्टी के प्रदेश कार्यालय में अपराह्न दो बजे से अनुशासन कमिटी की बैठक होगी. जिसमें सदस्य केशव महतो कमलेश को छोड़ बाकी सभी सदस्य और अध्यक्ष शिरकत करेंगे. झारखंड कांग्रेस के प्रदेश कमिटी और जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद अलग अलग प्लेटफार्म के जरिये की गई बयानबाजी को लेकर विस्तृत चर्चा होगी.
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झारखंड कांग्रेस के संयोजक और पार्टी के प्रदेश महासचिव अमूल्य नीरज खलखो ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में अपनी बात रखने का अधिकार सभी को है लेकिन यह ख्याल सभी को रखना चाहिए कि वह अपनी बात उचित प्लेटफार्म पर रखें. उन्होंने कहा कि मीडिया में अनर्गल बयानबाजी, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी और पार्टी के नेताओं के ऊपर की गई आपत्तिजनक और व्यक्तिगत टिप्पणी को अनुशासनहीनता माना जायेगा और उनके खिलाफ आज की बैठक में चर्चा के बाद फैसला लिया जाएगा.
जानकारी देते अमूल्य नीरज खलखो
ये हैं झारखंड राज्य अनुशासन कमिटी में शामिलःझारखंड कांग्रेस में अनुशासन बनाये रखने के लिए राज्य में छह सदस्यीय अनुशासन कमिटी बनी है. जिसमें बृजेंद्र सिंह अध्यक्ष, अमूल्य नीरज खलखो संयोजक हैं. इस कमिटी के अन्य सदस्य कालीचरण मुंडा, अनादि ब्रह्म, केशव महतो कमलेश और शमशेर आलम हैं.
लगातार तेज हो रहा है वरीय नेताओं के खिलाफ विरोध के स्वरःकांग्रेस के जिलाध्यक्षों की नियुक्ति और प्रदेश कमिटी के नाम की घोषणा के साथ ही पार्टी के अंदर विरोध के स्वर तेज हो गयी है और निशाने पर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय हैं. ऐसे में उम्मीद है कि कल अनुशासन कमिटी की बैठक कर विरोध के स्वर को अनुशासन कमिटी के डंडे से शांत कराने की रणनीति है.