रांची: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए झारखंड सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दिया है, जिसे रांची जिला प्रशासन लोगों के बीच सुनिश्चित करने का काम कर रहा है. इसके तहत मास्क लगाना अनिवार्य है. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग को मेंटेन करना भी अहम है, लेकिन कलेक्ट्रेट परिसर में ही कोविड-19 प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही है. कलेक्ट्रेट आने वाले लोग मास्क जरूर पहन रहे हैं, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक नहीं देख रहे हैं.
कलेक्ट्रेट परिसर का रियलिटी चेक इसे भी पढ़ें: हजारीबाग में कोरोना वैक्सीन खत्म, पंचायत स्तर पर वैक्सीनेशन पर पड़ा असर
ईटीवी भारत की टीम ने जब कलेक्ट्रेट परिसर में कोविड-19 के गाइडलाइन के पालन का रियलिटी चेक किया तो पाया कि अपने काम के लिए कलेक्ट्रेट आने वाले लोग मास्क को अनिवार्य रूप से पहन रहे हैं, साथ ही कलेक्ट्रेट के पदाधिकारी और कर्मी भी कोविड-19 गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं, लेकिन परिसर में आने वाले लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं. हालांकि जो लोग जागरूक हैं, वो लोगों को संदेश दे रहे हैं कि कोविड-19 से जारी जंग के खिलाफ सभी को जागरूक होना पड़ेगा और इसके लिए जिला प्रशासन के कोविड-19 गाइडलाइन का भी पालन करना पड़ेगा, ताकि वह खुद भी सुरक्षित रह सके और लोगों को भी सुरक्षित रख सकें.
कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करना जरूरी
कलेक्ट्रेट कार्यालय के अंदर आने वाले लोग चाहे वह पदाधिकारी हो या कर्मी या फिर आम लोग हो मास्क तो लगा रहे हैं, लेकिन कुछ हद तक सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल नहीं रखा जा रहा है. हालांकि आम लोगों का मानना है कि वर्तमान में कोरोना से बचने के लिए कोविड-19 गाइडलाइन का पालन सबसे जरूरी है.