रांची:महानगरों का नशा अब छोटे शहरों को भी अपनी जद में लेने लगा है. झारखंड एटीएस की टीम में पिछले दिनों झारखंड से पहली बार एम्फैटेमिन पाउडर के साथ तीन ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार तस्करों के पास से ब्राउन शुगर के साथ 50 लाख से अधिक का एम्फैटेमिन पाउडर भी बरामद किया गया था. 50 लाख के एम्फैटेमिन पाउडर मिलने के बाद एटीएस के साथ-साथ झारखंड एनसीबी भी अलर्ट हो गई है.
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कोकीन का विकल्प बना है एम्फैटेमिन पाउडर: राजधानी रांची सहित जमशेदपुर, बोकारो, पलामू और धनबाद जैसे शहरों में ड्रग्स का कारोबार तेजी के साथ फल-फूल रहा है. नशे के आदि होते युवाओं के बीच अब एक और ड्रग्स उनके बीच प्रचलित हो चला है. उस ड्रग्स का नाम है एम्फैटेमिन. पाउडर और टेबलेट के रूप में मिलने वाला यह ड्रग्स अब छोटे शहरों में भी अपनी पहुंच बना चुका है. झारखंड एटीएस ने मंगलवार ने 50 लाख रुपए के एम्फैटेमिन पाउडर के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था.
कोकिन महंगा पड़ने के कारण एम्फैटेमिन की बिक्री बढ़ीः दरअसल, जानकार बताते हैं कि झारखंड के छोटे राज्यों में जो ड्रग्स नशे के लिए बेचे जाते हैं उनमें सबसे महंगा कोकीन होता है. कोकीन के बाद ब्राउन शुगर नशे के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल होता है.चूंकि कोकीन बेहद महंगा नशा होता है इस कारण कोकीन के विकल्प के रूप में एम्फैटेमिन पाउडर की बिक्री होने लगी. जानकार बताते हैं कि एम्फैटेमिन पाउडर की तस्करी का अंतर्राष्ट्रीय लिंक है.
म्यांमार से लाया जाता है एम्फैटेमिन पाउडरः म्यांमार जैसे देश में इस पाउडर का निर्माण होता है और फिर वहं से तस्कर इसे भारत लाते हैं. वर्ष 2015 से ही महानगरों में इस ड्रग्स का प्रचलन शुरू हो गया था. धीरे-धीरे अब इसका प्रयोग झारखंड जैसे राज्यों में भी हो रहा है. एटीएस के पूछताछ में गिरफ्तार तस्करों ने यह खुलासा किया है कि वे लोग उज्जैन से एम्फैटेमिन पाउडर लाते हैं, हालांकि देने वाले की शक्ल उन्होंने कभी नहीं देखी.
एक पुड़िया एम्फैटेमिन पाउडर 150 रुपए में बेची जाती हैः पूछताछ में तस्करों ने यह भी खुलासा किया है कि एक पुड़िया एम्फैटेमिन पाउडर 150 रुपए और एक टैबलेट 90 रुपए में बिक्री होती है. जबकि कोकीन 500 में एक पुड़िया और ब्राउन शुगर 450 में एक पुड़िया मिलता है. जो लोग कोकीन का इस्तेमाल करते आये हैं उनके लिए कोकीन जैसा ही नशा सस्ते में ही एम्फैटेमिन पाउडर से मिल रहा है, यही वजह है कि हाल के दिनों में इसकी तस्करी बढ़ी है.