नई दिल्ली:झारखंड से कार में 10 किलो हेरोइन लेकर आये दो युवकों को स्पेशल सेल ने सराय काले खां से गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान नदीम और दिनेश के रूप में की गई है. इनके पास से बरामद हेरोइन की कीमत लगभग 40 करोड़ रुपये बताई गई है. आरोपी झारखंड के अलावा म्यांमार से मणिपुर के रास्ते भी हेरोइन की खेप लेकर आते थे. वह बीते 5 साल से हेरोइन की तस्करी कर रहे हैं.
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डीसीपी जसमीत सिंह के अनुसार ड्रग्स को लेकर स्पेशल सेल की टीम लगातार काम कर रही है. पुलिस टीम को कुछ माह पहले सूचना मिली कि मणिपुर, असम, यूपी, बिहार और दिल्ली में एक गैंग सक्रिय है. यह गैंग म्यांमार से आने वाली ड्रग्स को मणिपुर में लेकर उसे अलग-अलग हिस्सों में सप्लाई करते हैं. लगभग 4 महीने की कड़ी मेहनत के बाद पुलिस को इस गैंग के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली. हाल ही में पुलिस को पता चला कि इस गैंग के सदस्य नजीर उर्फ नदीम और दिनेश सिंह ने झारखंड से हेरोइन की बड़ी खेप ली है. वह मारुति SX4 गाड़ी में सवार होकर मेरठ एक्सप्रेसवे के रास्ते आईएसबीटी सराय काले खां आएंगे. यह हेरोइन यहां पर किसी शख्स को दी जाएगी.
इस जानकारी पर एसीपी अतर सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर शिव कुमार और पवन कुमार की टीम ने जाल बिछाया. पुलिस टीम ने इस गाड़ी को सराय काले खां टी-पॉइंट के पास देखा. इसमें से दो युवक बाहर उतरे और किसी का इंतजार करने लगे. उनके कंधे पर एक-एक बैग लटका हुआ था. कुछ देर बाद पुलिस टीम ने छापा मारकर उन्हें पकड़ लिया. दोनों के बैग से तीन-तीन किलो हेरोइन बरामद हुई. गाड़ी की तलाशी में कार के अंदर बनाई गई खुफिया जगह से 4 किलो हेरोइन बरामद हुई. इसे लेकर एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वह अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स सिंडिकेट के सदस्य हैं. दिल्ली एनसीआर में बीते 5 साल से वह ड्रग्स की सप्लाई कर रहे हैं. झारखंड से यह हेरोइन की खेप लेकर वह दिल्ली आए थे. उन्हें 6 किलो हेरोइन दिल्ली में एक शख्स को सप्लाई करनी थी. वहीं 4 किलो हेरोइन उन्हें यूपी के गाजीपुर में सप्लाई करनी थी. उन्होंने बताया कि म्यांमार से मणिपुर के रास्ते आने वाली ड्रग्स असम, अरुणाचल प्रदेश के रास्ते दिल्ली सहित अलग-अलग राज्यों में भेजी जाती है. पुलिस को यह भी पता चला है कि झारखंड में भी नक्सल क्षेत्र में इस तरह से हेरोइन तैयार की जा रही है.
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि म्यांमार में तैयार होने वाली हेरोइन भारत में अवैध रूप से तैयार की जा रही हेरोइन से काफी बेहतर होती है. इसकी वजह से उसकी मांग बाजार में काफी ज्यादा रहती है. बीते 5 साल से म्यांमार से आने वाली हेरोइन की डिमांड नशे के बाजार में ज्यादा है. इसके अलावा वहां से आने वाली हेरोइन काफी सस्ती होती है जिससे उनका मुनाफा भी ज्यादा होता है.
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