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वाट्सएप ग्रुप पर चल रहा था मटका का धंधा, छह गिरफ्तार, संचालक फरार

रांची में व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए भी मटका का खेल चल रहा है. लोहा बाजार इलाके में पुलिस ने छापेमारी कर छह लोगों को मटका खेलते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार सभी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए एक दूसरे से जुड़े हुए थे.

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Published : Oct 30, 2021, 10:04 PM IST

gamblers arrested in Ranchi
gamblers arrested in Ranchi

रांची: राजधानी का लोअर बाजार इलाका मटका के खेल के लिए खासा बदनाम रहा है. एक बार फिर यहां जोर शोर से मटका का खेल जारी है. इस थाने के पूर्व थानेदार को मटका खेलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की वजह से ही थाने से हटाया गया था. इसी इलाके में व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए मटके का खेल चल रहा है. लोअर बाजार इलाके के फूल बागान में जब गुप्त सूचना पर पुलिस छापेमारी करने पहुंची तो कुछ युवकों को संदेहास्पद हालत मोबाइल चलाते देखा गया.

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पुलिस बलों ने घेराबंदी कर छह युवकों को पकड़ा, पूछताछ की तो पता चला कि ये लोग मोबाइल के माध्यम से मटका खेलवा रहा था. आरोपियों के मोबाइल पर वाट्सएप ग्रुप बना था, जिसके माध्यम से लोग मटका खेल रहे थे. गिरफ्तार आरोपियो में कलाल टोली निवासी मोहम्मद इमरोज अंसारी, कांटाटोली निवासी इबरार आलम, मोहम्मद रेहान, मोहम्मद अफजल, हिंदपीढ़ी निवासी विष्णु यादव और गुदड़ी चौक निवासी मंजर आलम शामिल है. गिरफ्तार युवकों के पास से मटका खेलने वाला चार्ट, 3,500 रुपए नगद और मोबाइल फोन बरामद किए गए. वहीं, मटका खेल का मुख्य सरगना पुलिस के आने से पहले ही फरार हो गया. मुख्य सरगना अजीम की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.


दो दिन में 24 गिरफ्तार

राजधानी के कई इलाकों में मटका का खेल बदस्तूर जारी है. रांची के सीनियर एसपी के आदेश पर छापेमारी होती है, लेकिन मटके का कारोबार रुकने का नाम नहीं लेता है. राजधानी रांची में दो दिनों में मटका और जुआ खेल में लगे 24 से ज्यादा लोगों को पकड़ा गया है. बरियातू में एक किराए के मकान में चल रहे जुआ अड्डा से 18 जुआरी, जबकि शनिवार को लोअर बाजार थाना क्षेत्र के फूल बगान से छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, दोनों ही मामले में मटका खेलाने वाला मुख्य सरगना पुलिस के आने से पहले ही भाग निकला. बताया जाता है कि सरगना को पुलिस छापेमारी की भनक पहले ही लग जाती है. जब तक पुलिस पहुंचती है, सरगना भाग निकलता है. ऐसे में अभियान सार्थक नहीं हो पा रहा.

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