झारखंड

jharkhand

आरयू में जनजातीय क्षेत्रीय भाषा विभाग में छात्रों का टोटा, ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को नहीं मिल रही ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा

By

Published : Apr 19, 2021, 3:52 PM IST

रांची यूनिवर्सिटी के पीजी जनजातीय और क्षेत्रीय भाषा विभाग की स्थिति दयनीय है. इस विभाग में ऑनलाइन नामांकन होने की वजह से कई विद्यार्थी नामांकन लेने से वंचित हो गए हैं, साथ ही विभाग में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों तक शत प्रतिशत ऑनलाइन मटेरियल भी नहीं पहुंच रहा है, जिससे छात्र परेशान हैं.

shortage-of-students-in-tribal-regional-language-department-at-ru-in-ranchi
आरयू

रांची:आरयू के पीजी जन जातीय और क्षेत्रीय भाषा विभाग में 9 भाषाओं की पढ़ाई होती है. इसके लिए घंटी आधारित 20 शिक्षकों की नियुक्ति की गई है. जबकि 2 स्थाई शिक्षक हैं. उसके बावजूद भी इस विभाग में नामांकन की स्थिति काफी खराब है. ऑनलाइन नामांकन होने की वजह से कई विद्यार्थी नामांकन लेने से वंचित हो गए हैं. इस विभाग में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों तक शत प्रतिशत ऑनलाइन मटेरियल भी नहीं पहुंच रहा है.

देखें पूरी खबर
इसे भी पढे़ं: JPSC ने की 7वीं से लेकर 10वीं की परीक्षा स्थगित, समय अनुसार अगली तिथि होगी निर्धारित



ऑनलाइन नामांकन के कारण विद्यार्थी हुए प्रभावित
साल 2021 में कोरोना महामारी के मद्देनजर नामांकन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन की गई है. इस वजह से सैकड़ों विद्यार्थी नामांकन से वंचित रह गए, जिसका असर रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय भाषा विभाग में सबसे ज्यादा पड़ा है, क्योंकि इस विभाग में पढ़ने वाले विद्यार्थी जनजातीय क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं और उनका नामांकन भी ऑनलाइन लिए जाने की वजह से प्रभावित हुई है, साथ ही ऑनलाइन पठन-पाठन भी प्रभावित हो रही है.



खोरठा और हो भाषा की स्थिति काफी खराब

आरयू में खोरठा और हो भाषा की स्थिति भी काफी खराब है. विश्वविद्यालय में हो भाषा का वर्तमान में 4 घंटी आधारित शिक्षक हैं, लेकिन नामांकन सिर्फ 3 विद्यार्थियों ने ही लिया है. वहीं खोरठा में 3 शिक्षक हैं और नामांकन सिर्फ 10 विद्यार्थियों ने लिया है. कुरमाली में 2 शिक्षक हैं और 9 विद्यार्थियों का नामांकन हुआ है. खड़िया में 2 शिक्षक हैं और नामांकन 3 विद्यार्थियों ने लिया है.

इसे भी पढे़ं: कोरोना संक्रमण में लचर स्वास्थ्य व्यवस्था से चेंबर नाराज, सेल्फ लॉकडाउन का आज कर सकता है ऐलान




पिछले सत्र की तुलना में इस सत्र में नामांकन काफी कम
जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा विभाग के शिक्षक निरंजन कुमार महतो की मानें तो इस विभाग में नामांकन लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या पहले की तुलना में काफी कम है, जिसका सबसे बड़ा कारण है कि ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थियों को इस साल नामांकन लेने में काफी परेशानी हुई है, यहां तक कि उनका पठन-पाठन भी सही तरीके से नहीं हो रहा है, विद्यार्थी भी ऑनलाइन पठन-पाठन को सुचारू तरीके से चलाने की मांग विभाग और विश्वविद्यालय से कर रहे हैं, कोरोना का असर विश्वविद्यालय के इस विभाग पर खासा पड़ा है.


नामांकन की स्थिति

नागपुरी -30
कुडुख - 50
मुंडारी- 9
खड़िया- 3
संताली- 2
खोरठा- 10
पंच परगनिया -10
कुरमाली -10

ABOUT THE AUTHOR

...view details