रांचीः झारखंड के साइबर अपराधी आम लोगों से ठगी करने के लिए हर दिन नए पैंतरे अपनाते रहते हैं. इन दिनों राजधानी में रांची नाम से दर्जनों सेक्स साइट्स के लिंक सोशल साइट पर शेयर किए जा रहे हैं. साइबर अपराधियों के फैलाए गए इस भ्रम जाल में जो भी फंस रहा है वह सेक्सटॉर्शन का शिकार बन अपने पैसे गवां रहा है.
सेक्स और डेटिंग के नाम पर ठगी सोशल मीडिया पर सेक्स, एंटरटेनमेंट, एक्साइटमेंट और धोखाधड़ी का धंधा जोरों पर है. ब्लैकमेलिंग के ऐसे मामलों को सेक्सटॉर्शन के नाम से जाना जाता है और इसके शिकार लोगों की संख्या अब तेजी से बढ़ रही है. खासकर कोरोना संक्रमण के दौरान हुए लॉकडाउन की वजह से भी ऐसे मामलों में बढ़ोतरी हुई है. मॉडर्न लाइफ में इंटरनेट चैटिंग एक जुनून, एक जरूरत, एक स्टाइल बनता जा रहा है. चैंटिंग के दौरान पता ही नहीं चलता कि आप कब-कैसे दूसरे आदमी से एकदम खुल जाते हैं, उससे हर बात शेयर करने लगते हैं. जब पता चलता है तो बहुत देर हो चुकी होती है. इसी बात का फायदा कुछ साइबर क्राइम गैंग उठा रहे हैं. इनका धंधा ही सेक्सटॉर्शन के जरिए लोगों को फंसाना और पैसा कमाना है. सेक्सटॉर्शन के शिकार लोगों की कोई उम्र सीमा नहीं है. एक तरफ जहां इसमें स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले लड़के-लड़कियां शिकार होती हैं, वहीं कई बार 50-55 साल तक के लोग भी लड़कियों से दोस्ती, उनसे दोस्ती बनाने के चक्कर में सेक्सटॉर्शन का शिकार बन रहे हैं. बदनामी और शर्म के चलते ऐसे मामले पुलिस के पास बहुत कम पहुंचते हैं.
रांची में से एक दर्जन साइट्स
साइबर अपराधी अब सेक्स के नाम पर ऑनलाइन ही ग्राहकों को लुभा रहे हैं ,उन्हें अपने जाल में फंसा रहे है और ब्लैकमेल कर पैसे ठग रहे हैं. झारखंड की राजधानी रांची भी इससे अछूता नहीं रह पाया है. हाल के दिनों में दर्जनों डेटिंग साइट बनाये गए वह सिर्फ और सिर्फ रांची के लिए।इन साइट्स की पहुच लगातार सोशल मीडिया पर बढ़ रही हैं. हजारों की संख्या में इनके लिंक पर लाइक भी मिल रहे हैं.
लड़कियों की प्रोफाइल फोटो का इस्तेमाल
राजधानी रांची में हाल के दिनों में एक दर्जन से अधिक ऐसे मामले आए हैं, जिनमें लड़कियो के प्रोफाइल फोटो निकाल कर उसे डेटिंग साइट्स में इस्तेमाल किया गया. रांची के सिटी एसपी सौरभ के अनुसार साइबर और महिला थाना में हाल के दिनों में कई ऐसे मामले आए हैं. जिनमें लड़कियों ने अपनी तस्वीर सेक्स और डेटिंग साइट्स में इस्तेमाल की बात कही है. मामले में करवाई करते हुए उन सभी सेक्स और डेटिंग साइट्स को बंद करवाया गया.
सेक्स के कारोबारी भी इंटरनेट पर सक्रिय
इंटरनेट का ऑनलाइन प्लेटफार्म रोजमर्रा के कामों से लेकर कारोबारी जरूरतों को पूरा करने का जरिया बन चुका है. मगर जालसाजों के इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बढ़ते शिकंजे ने पुलिस के सामने नई चुनौती खड़ी कर दी है. बीते दिनों रांची के बरियातू इलाके में पकड़े गए सेक्स रैकेट और उसके चंद दिनों बाद अरगोड़ा में पकड़े गए जिस्म के कारोबारी, इस धंधे की बानगी भर हैं. इसके अलावा ऑनलाइन डेटिंग साइट का भी कारोबार गली-कूचों तक में फैलने लगा है.
क्या है सेक्सटॉर्शन ?
हाल में रांची जैसे शहरों के नाम पर डेटिंग और सेक्स साइट्स का प्रचलन बढ़ा है. सबसे ज्यादा ठगी डेटिंग साइट्स के जरिए ही की जा रही है. इसके अलावा स्पाई कैमरे या मोबाइल या वेब कैम के जरिए किसी की सेक्स गतिविधि को रिकॉर्ड करना या किसी की बिना कपड़ों की तस्वीरों को शूट करके उसके जरिए ब्लैकमेल करने को सेक्सटॉर्शन कहा जाता है. सेक्सटॉर्शन के ऐसे मामले पिछले छह महीने से ही ज्यादा सामने आ रहे हैं. अहम बात यह भी है कि दूसरे ब्लैकमेलिंग के मामलों की तरह ऐसे केसों की रिपोर्टिंग भी बहुत कम है. हाल के दिनों में कुछ लोग हिम्मत करके पुलिस के पास मदद के लिए पहुंच रहे हैं और पता चलने लगा कि है सेक्सटॉर्शन के किन तरीके से लोगों को ठगा जा रहा है. कैसे फंसते हैं लोग ?
इस काम में साइबर अपराधी, फेसबुक, स्काइप या किसी दूसरे माध्यम का इस्तेमाल करके अपने शिकार को फंसाते हैं. पहले ये इंटरनेट पर अपनी नकली पहचान बनाते हैं. फिर खूबसूरत लड़के-लड़कियों को हनी ट्रैप की तरह इस्तेमाल करके अपने शिकार से दोस्ती करवाते हैं. उन्हें बहुत करीब आने, दोस्ती बढ़ाने के लिए उकसाते हैं. धीरे-धीरे अपने शिकार को वेबकैम के सामने सेक्सुअल एक्ट करने, कपड़े बदलने और उतारने के लिए उकसाते हैं. हैरानी की बात तो यही है कि ज्यादातर लोग इनके चंगुल में फंस जाते हैं. यही कारण है कि इनके शिकार लोगों की संख्या बढ़ रही है. अपने शिकार को फंसाने के लिए इन्हें 10 दिनों से लेकर कई महीनों का समय लग जाता है, ज्यादातर गैंग बहुत ही प्रफेशनल तरीके से काम करते हैं.
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क्या हैं सेक्सटॉर्शन के तरीके ?
इस समय सबसे ज्यादा फेसबुक के जरिए लोगों को फंसाया जा रहा है. इसके बाद स्काइप, लिंक्ड-इन, स्नैपचैट, इंस्टाग्रैम का भी इस्तेमाल किया जा रहा है. इसके अलावा इंटरनेट पर दोस्ती पहले दोनों की रजामंदी से वेबकैम के सामने कपड़े बदलने, सेक्सुअल ऐक्ट करने का सिलसिला शुरू हो जाता है और बाद में यही एपिसोड ब्लैकमेलिंग में बदल जाता है.
क्या है सेक्सटॉर्शन के तरीके ? जनवरी 2020 से लेकर अब तक चार दर्जन से अधिक मामले
साल 2020 की शुरुआत से लेकर लॉकडाउन खत्म होने तक रांची के साइबर और महिला थाना में सबसे ज्यादा मामले लड़कियों की प्रोफाइल फोटो का डेटिंग साइट में प्रयोग करने का था. कुछ लड़कियों की उनके तथाकथित प्रेमियों ने ही उनकी अश्लील फोटो इंटरनेट पर वायरल किया था. सेक्सटॉर्शन के मामले ऑनलाइन एफआईआर के जरिए ही सबसे ज्यादा रिपोर्ट दर्ज हुए. सेक्सटॉर्शन के जरिए सबसे ज्यादा रकम 50 हजार रही थी. यह मामला साइबर थाना में दर्ज हुआ था. इसके अलावा कई ठगी के शिकार लोगो ने अपने वकील के माध्यम से थानों में सेक्सटॉर्शन की एफआईआर दर्ज करवाई है.
ईटीवी की जानकारी के बाद कई डेटिंग साइट्स को पुलिस ने बंद करवाया
राजधानी रांची में डेटिंग साइट्स के जरिए लगातार हो रही ठगी की जानकारी ईटीवी के माध्यम से रांची के सिटी एसपी को मिली तब कार्रवाई करते हुए लगभग एक दर्जन डेटिंग साइट्स को साइबर थाना के सहयोग से बंद करवाया गया है.