रांचीः हालिया दो राज्यों के विधानसभा चुनाव और दिल्ली नगर निगम चुनाव के आए परिणामों के बाद एक तरफ जहां पार्टियों में जश्न का माहौल है. वहीं पार्टियों में मंथन का दौर भी शुरू हो चुका है. चुनाव परिणाम के बाद कई तरह के सुगबुगाहट राजनीतिक हलकों से आ रही है. बीजेपी भी जश्न के साथ-साथ मंथन मोड में है.
झारखंड बीजेपी के बड़े नेताओं को दिल्ली तलब किया गया (senior leaders of bjp called to Delhi)है. प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश दो दिन पहले ही दिल्ली जा चुके हैं. वहीं गुरुवार को संगठन महासचिव भी दिल्ली गए हैं. संभावना जताई जा रही है. बीजेपी सांगठनिक स्तर पर फेरबदल कर सकती है. संभावना जताई जा रही है कि जमीनी स्तर के नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है.
बता दें कि फरवरी महीने में मौजूदा झारखंड बीजेपी के कार्यकारिणी का कार्यकाल खत्म हो रहा है. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार प्रदेश संगठन की जिम्मेदारी किसी आदिवासी नेता के हाथ में दी जाएगी. सूबे में भाजपा के दो बड़े आदिवासी चेहरे हैं अर्जुन मुंडा और बाबूलाल मरांडी. अर्जुन मुंडा वर्तमान में केंद्र में मंत्री हैं. मिली जानकारी के अनुसार पार्टी बाबूलाल मरांडी को बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है. पिछले दिनों कई बार बाबूलाल मरांडी दिल्ली जा चुके हैं, दिल्ली में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं.
हालिया दिनों में हेमंत सोरेन सरकार ने जो घोषणाएं की हैं. उससे कही न कहीं जेएमएम की पैठ आदिवासियों में बढ़ी है. आदिवासियों के बीच उनका जनाधार बढ़ा है. ऐसे में अब देखना होगा कि बीजेपी प्रदेश स्तर के बड़े नेताओं का दिल्ली जाना, वहां से क्या संदेश ले कर आता है. आदिवासियों के बीच जनाधार मजबूत करने के लिए पार्टी क्या करती है.