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क्यूआर कोड से होगी राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग, पुलिसकर्मी ड्यूटी में नहीं कर सकेंगे 'घपला' - रांची समाचार

क्राइम के बदलते तरीकों के मद्देनजर अपराध नियंत्रण के लिए रांची पुलिस तकनीक से तालमेल में जुटी है. इसके तहत अब क्यूआर कोड से सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग की जाएगी.

security system of capital ranchi will be monitored by QR code
क्यूआर कोड से होगी राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग

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Published : Feb 9, 2022, 10:28 PM IST

Updated : Feb 10, 2022, 4:56 PM IST

रांचीःराजधानी में क्राइम के पैटर्न में काफी बदलाव आया है. यही वजह है कि अब राजधानी में पुलिस के मॉनिटरिंग सिस्टम को भी हाईटेक किया जा रहा है. इससे पुलिस के जवान अगर ड्यूटी पर मुस्तैद रहे तो राजधानी में बेहतर पुलिसिंग देखने को मिलेगी. इसके लिए सबसे पहले पुलिस के मॉनिटरिंग सिस्टम को क्यूआर कोड से जोड़ा जा रहा है ताकि एक जगह बैठ कर पूरे शहर की सुरक्षा व्यस्था और कर्मचारियों को देखा जा सके.

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क्या है पुलिस की प्लानिंगः रांची पुलिस के मॉनिटरिंग सिस्टम को अब पूरी तरह हाईटेक करने की तैयारी की जा रही है. सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की निगरानी अब क्यूआर कोड से होगी. इस सिस्टम के लागू होते ही पुलिसकर्मी चाह कर भी ड्यूटी में लापरवाही नहीं कर पाएंगे. रांची के सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि क्यूआर कोड के माध्यम से मॉनिटरिंग व्यवस्था जल्द शुरू हो जाएगी. इसके लिए काम चल रहा है. जब यह प्रणाली लागू हो जाएगी तब ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी कहीं और रहकर खुद को ड्यूटी पर दिखाने की कोशिश तक नहीं कर पाएंगे. यह सिस्टम बारकोड लैटिट्यूड और लांगीट्यूड लोकेशन आधारित होगी.

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दरअसल, रांची शहर की सुरक्षा में तैनात वैसी हर स्क्वॉड जैसे पीसीआर, टाइगर, थानों की माइक, पेट्रोलिंग दल सहित अन्य गश्त करने वाली टीमों को अपनी ड्यूटी पर होने के लिए क्यूआर कोड स्कैनर से कंट्रोल रूम को रिपोर्ट करना होगा. ये क्यूआर कोड शहर के अलग-अलग प्रतिष्ठानों, बड़े संस्थानों, जेवर दुकानों, बैंक सहित वीवीआईपी जोन में स्थापित किए जाएंगे. सिटी एसपी के अनुसार क्यूआर कोड सिस्टम से मॉनिटरिंग की तकनीक लगभग डेवलप की जा चुकी है. इसके जरिये सुरक्षा में तैनात हर पुलिसकर्मी लापरवाही नहीं कर पाएंगे. हाईटेक सिस्टम से पुलिसकर्मियों पर नजर रखी जा सकेगी.


फील्ड पर करेंगे स्कैन पहुंचेगा, रिपोर्ट पहुंचेगी कंट्रोल रूमःइन क्यूआर कोड पर पेट्रोलिंग कर रहे पुलिसकर्मी को स्कैन करना होगा. वे क्यूआरकोड जैसे ही स्कैन करेंगे और उनकी इमेज सीधे कंट्रोल रूम पहुंच जाएगी. इससे मॉनिटरिंग कर रहे सुपरवाइजिंग ऑफिसर को यह पता चल पाएगा कि संबंधित पेट्रोलिंग टीम का मूवमेंट कहां है. सिटी एसपी सौरभ ने बताया कि इस पूरे सिस्टम को सुरक्षा के लिहाज से डेवलप किया गया है. इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है. जल्द ही इसका ट्रायल शुरू होने वाला है. शुरुआती चरण में पीसीआर को इस सिस्टम से जोड़ा जाएगा. सफलतापूर्वक ट्रायल के बाद राज्य के डीजीपी इसका उद्घाटन करेंगे.

क्यूआर कोड से होगी राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग
सब इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी करेंगे 24 घंटे निगरानीः इस क्यूआर कोड मॉनिटरिंग सिस्टम की निगरानी सब इंस्पेक्टर स्तर के पदाधिकारी करेंगे. कंट्रोल रूम में इसके लिए अलग डेटा सेंटर बनाया गया है और मॉनिटर लगाया गया है. इस मॉनिटर में जीपीएस आधारित मैप डिस्प्ले होगा, इसी डिस्प्ले में सभी क्यूआर कोड भी फीड नजर आएंगे. इसके लिए अलग सॉफ्टवेयर भी डेवलप कराया गया है.निजी प्रतिष्ठानों के सीसीटीवी भी लिंक होंगे कंट्रोल रूम सेःइस सिस्टम को डेवलप काकर निजी प्रतिष्ठानों, दुकानों के सीसीटीवी भी कंट्रोल रूम से लिंक कराए जाएंगे, जिससे दुकानों के बाहरी कैमरों का एक्सेस पुलिस कंट्रोल रूम के पास हो. इसके जरिए पुलिस रात के समय या किसी भी समय गली-मोहल्लों तक नजर रख पाएगी. इसके लिए रांची पुलिस ने व्यवसायियों से बातचीत भी की है. हर प्रतिष्ठानों को इससे जोड़ने की कवायद चल रही है. इसका एक्सेस मिलने के बाद थाने में लगे डिस्प्ले बोर्ड के जरिये इस पर नजर रखी जा सकेगी.तकनीक में दक्ष बनाने की रणनीतिः रांची के सुरेंद्र कुमार झा ने बताया कि अपराध के पैटर्न में काफी बदलाव आया है. यही वजह है कि पुलिस को भी अब उनसे निपटने के लिए खुद को तकनीकी रूप से दक्ष बनाना होगा. यही वजह है कि अब बारकोड जैसे सिस्टम के जरिए मॉनिटरिंग की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा और कई तकनीक से पुलिस को जोड़ने की कोशिश की जा रही है.
Last Updated : Feb 10, 2022, 4:56 PM IST

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