रांची:स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 का रिपोर्ट कार्ड जारी होने के बाद झारखंड की स्वच्छता व्यवस्था पर कई सवाल उठ रहे हैं. पिछली बार स्वच्छ शहर के रूप में अपनी पहचान बनाने वाला रांची आज 885वें रैंक पर है. स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्ड 2023 में रैंक पीछे होने की वजह बताते हुए रांची नगर निगम के उप प्रशासक रजनीश कुमार बताते हैं कि कई कारणों से स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्ड में रांची नगर निगम का रैंक पीछे गया है. लेकिन अंक प्राप्त में देखा जाए तो रांची नगर निगम ने इस बार 12% ज्यादा अंक प्राप्त किए हैं.
स्वच्छता सर्वेक्षण अवार्ड 2023 में देश के टॉप 10 सिटी से कोसों दूर रांची नगर निगम के पदाधिकारी रजनीश कुमार बताते हैं कि रांची शहर एक जिले से राजधानी में परिवर्तित हुआ. बाहर से लोग आकर यहां बस रहे हैं. ऐसे में कई तरह के विकास कार्य किए जा रहे हैं. शहर के क्षेत्र में वृद्धि हो रही है. इसके बाद भी नगर निगम रांची को पहले की तरह खूबसूरत बनाने के लिए पौधारोपण का कार्य वृहद स्तर पर कर रहा है, जो आने वाले वक्त में जरूर देखने को मिलेगा.
रजनीश कुमार ने बताया कि इस बार अगर अंक का आंकलन किया जाए तो रांची नगर निगम को 9500 में 4946 अंक (52.06 प्रतिशत ) प्राप्त हुए हैं. जबकि पिछली बार हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में 7500 में 3068अंक (40.90 प्रतिशत) प्राप्त हुए थे. प्रतिशत को देखें तो रांची ने करीब 12% वृद्धि के साथ अंक प्राप्त किए हैं.
रांची नगर निगम के उप प्रशासक रजनीश कुमार बताते हैं कि स्वच्छता सर्वेक्षण में सबसे ज्यादा मार्किंग डिस्पोजल और ड्रेनेज सिस्टम पर दिए जाते हैं. रांची नगर निगम क्षेत्र में इस वर्ष दोनों व्यवस्था सुचारू रूप से शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि इस दोनों व्यवस्थाओं के शुरू होने के बाद स्वच्छता सर्वेक्षण के रैंकिंग में अगले वर्ष रांची नगर निगम देश के टॉप शहरों में शुमार होगा. उन्होंने बताया कि रांची के झिर्री में सीएनजी, बायोगैस प्लांट बनाया जा रहा है. जिसके माध्यम से गीले कचरे का पूर्ण डिस्पोजल कर मीथेन गैस का निर्माण किया जाएगा.