झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

राज्यसभा चुनाव पर कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व करेगा फैसला, मुख्यमंत्री से भी होगी बातः आलमगीर आलम

झारखंड से राज्यसभा की दो सीट पर चुनाव नजदीक है. केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और सांसद महेश पोद्दार का राज्यसभा कार्यकाल समाप्त हो रहा है. इसको लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज है. राज्यसभा की दोनों सीट पर कब्जा करने के लिए अंदरखाने चर्चा हो रही है. हालांकि ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम का कहना है कि इस पर कांग्रेस का केंद्रीय आलाकमान निर्णय लेगा.

Rural Development Minister Alamgir Alam
ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर

By

Published : Apr 24, 2022, 5:01 PM IST

रांचीः केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और सांसद महेश पोद्दार का राज्यसभा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि राज्य में राज्यसभा की दो सीटों के लिए झारखंड में राजनीतिक दलों की रणनीति क्या होगी. कांग्रेस विधायक दल के नेता और राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस का आलाकमान फैसला लेगा कि कांग्रेस की रणनीति क्या होगी. ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि विधानसभा में विधायकों की जो संख्या है, उसके अनुसार राज्यसभा की एक सीट पर महागठबंधन की जीत सुनिश्चित है. इसके बाद दूसरी सीट के लिए महागठबंधन के पास 22-23 विधायकों की संख्या सरप्लस है, ऐसे में अगर जोर लगाया जाए तो संभव है कि महागठबंधन राज्यसभा की दूसरी सीट पर भी जीत हासिल करे.

ये भी पढ़ें-2010 राज्यसभा चुनाव में कथित हॉर्स ट्रेडिंग मामले पर सुनवाई, सीबीआई को दस्तावेज उपलब्ध कराने का निर्देश

जल्द कांग्रेस आलाकमान और मुख्यमंत्री साथ बैठकर लेंगे फैसलाः कांग्रेस नेता आलमगीर आलम ने कहा कि कांग्रेस आलाकमान और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जल्द ही साथ बैठकर यह फैसला लेंगे कि राज्य में होने वाली राज्यसभा की दो सीट पर चुनाव की रणनीति क्या हो, दोनों सीट पर उम्मीदवार खड़ा किया जाए और जीत के आंकड़े जुटाए जाएं या एक ही सीट पर उम्मीदवार दिया जाए. उम्मीदवार कौन हो, इन सब मुद्दों पर चर्चा होगी और फैसला लिया जाएगा.

ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम
2016 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की रणनीति से दोनों सीट जीत गई थी भाजपाः वर्ष 2016 में राज्यसभा चुनाव बेहद हॉट बन गया था, तब अचानक झामुमो के एक विधायक बीमार हो गए थे. इसके अलावा उस समय कई फोन कॉल चर्चा में थे तो कुछ विधायकों के अंतिम समय में क्रॉस वोटिंग की वजह से जीत का क्लीयर आंकड़ा होने के बावजूद बसंत सोरेन की हार हुई थी,तब भाजपा में रघुवर दास की पहचान एक बेहतरीन चुनावी रणनीतिकार की बनी थी. 2020 के राज्यसभा चुनाव के दौरान महागठबंधन की ओर से शिबू सोरेन के साथ-साथ कांग्रेस के शहजादा अनवर भी उम्मीदवार थे पर उनकी जीत नहीं हुई और भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश सबसे अधिक मत पाकर विजयी हुए थे.

ABOUT THE AUTHOR

...view details