रांची:अपने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास को लेकर रांची विश्वविद्यालय ने एक और नया कदम बढ़ाया है. इस विश्वविद्यालय ने काउंसलिंग कोर्स की शुरुआत की है. पहले ही सत्र में 52 विद्यार्थियों ने इस कोर्स में नामांकन लिया है. इस कोर्स को शुरू करने वाला आरयू राज्य का पहला विश्वविद्यालय बन गया.
कोर्सों का लिया जाएगा एफिलिएशन
रांची यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर रमेश कुमार पांडे ने कहा कि काउंसलिंग सेल के अंतर्गत चलने वाले कोर्सों को भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी. इसके तहत रिहेबलिटेशन सेंटर ऑफ इंडिया (आरसीआई) नई दिल्ली से कोर्सों का एफिलिएशन लिया जाएगा. वे बुधवार को मोरहाबादी कैंपस स्थित बेसिक साइंस बिल्डिंग में पीजी डिप्लोमा गाइडेंस एंड काउंसिलिंग कोर्स की क्लास शुरू होने के अवसर पर स्टूडेंट्स और फैकल्टी को संबोधित कर रहे थे.
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52 छात्रों ने लिया एडमिशन
पांडे ने कहा कि अगले सेशन से पीजी डिग्री गाइडेंस एंड काउंसलिंग कोर्स की पढ़ाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस कोर्स के कोऑर्डिनेटर डॉ परवेज हसन ने बहुत कम समय में एडमिशन की प्रक्रिया पूरी करने के साथ क्लास शुरू कर दी है. इसके लिए वे और उनके टीम बधाई के पात्र है. मौके पर प्रोवीसी डॉ कामिनी कुमार, सेल फॉर वोकेशनल स्टडी के डायरेक्टर डॉ अशोक चौधरी, सोशल साइंस डीन डॉ पीके सिंह समेत फैकल्टी और नव नामांकित स्टूडेंट्स थे. पहले डॉ हसन ने कोर्स के बारे में वीसी को जानकारी दी. बताते चलें कि फर्स्ट बैच में काउंसलिंग डिप्लोमा कोर्स में 52 छात्रों ने एडमिशन लिया है.
स्टूडेंट्स और फैकल्टी बदलाव के लिए रहे तैयार
वीसी ने छात्रों और शिक्षकों से कहा कि वैश्वीकरण के दौर में तेजी से बदलाव हो रहा है. बदलाव स्वीकार करने के लिए स्टूडेंट्स और फैकल्टी हमेशा तैयार रहें. इसके बगैर ग्लोबलाइजेशन के दौर में आगे नही बढ़ सकते. लक्ष्य प्राप्त करना मुश्किल होगा. उन्होंने छात्रों से कहा कि वे उनलोगों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि शैक्षणिक रुप से हर संभव मदद की जाएगी, साथ ही उन्होंने कहा कि काउंसलिंग के लिए सेपरेट बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा, जिसमें डिप्लोमा से लेकर डिग्री कोर्स तक की पढ़ाई की जाएगी.