रांची. झारखंड प्रदेश कांग्रेस के विधायकों और कार्यकर्ताओं की लगातार शिकायत रही है कि उनकी बातों को सरकार में तरजीह नहीं दी जा रही है. यहां तक कि कांग्रेस कोटे के मंत्री भी अपने विधायकों और कार्यकर्ताओं की बातों को प्राथमिकता नहीं देते हैं, जिसे लेकर पिछले दिनों पार्टी के विधायकों ने अपनी बातों को दिल्ली जाकर आलाकमान के सामने भी रखा था. इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने मंत्रियों को हिदायत दी है कि विधायक और कार्यकर्ताओं की बातों को मंत्री प्राथमिकता के तौर पर लें क्योंकि कार्यकर्ताओं से ही पार्टी मजबूत होती है.
दरअसल कांग्रेस स्टेट हेड क्वार्टर में मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह ने सरकार में शामिल कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के सामने ही साफ तौर पर कहा है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए. अगर वह जनता की समस्याओं को लेकर उनके पास आते हैं, तो मंत्रियों को उनकी परेशानियों को दूर करना प्राथमिकता होनी चाहिए. उन्होंने मंत्रियों को कार्यकर्ताओं के मामलों पर सजग रहने का निर्देश दिया है. साथ ही विधायकों की नाराजगी को सिरे से खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि जो भी समस्याएं और शिकायतें थी. उसे दूर कर दिया गया है, अब कोई नाराजगी नहीं है.
सजग रूप से काम करेगी सरकार
उन्होंने दावा किया है कि पिछले 6 महीनों में सरकार की जो भी स्थिति रही हो. लेकिन अब सजग रूप से सरकार काम करेगी, जो धरातल पर दिखेगी. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और विधायक दल के नेता से सरकार की गतिविधियों को लेकर चर्चा की है. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण काल जैसी स्थिति विश्व मे कभी नहीं हुई थी. इस वजह से थोड़ी दिक्कतें आ रही है. लेकिन धीरे-धीरे सभी समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा.