रांचीः सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल की बैठक रांची के प्रदेश कार्यालय में आयोजित (RJD leaders meeting in Ranchi) हुई. जिसमें नए प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव और नए प्रदेश प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव का स्वागत किया गया. इसके साथ साथ पार्टी संगठन का निर्देश लेने के लिए सभी जिलाध्यक्ष और जिला सचिव पहुंचे. इस कार्यक्रम में हेमंत सरकार में शामिल श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी शामिल रहे.
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इस बैठक में मंच से ही राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव और प्रदेश प्रधान महासचिव ने मुख्यमंत्री और झामुमो कांग्रेस को चेतावनी दी (Ranchi RJD leaders targeted CM Hemant Soren). इससे ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार में शामिल होने के बावजूद राजद के अंदर अपनी उपेक्षा को लेकर काफी उबाल और नाराजगी है. राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव ने कहा कि हम चुनाव पूर्व गठबंधन के साथी हैं, लालू प्रसाद यादव ने अपनी सीटों का त्याग कर गठबंधन और सरकार बनवाई है. ऐसे में हमें नजरअंदाज करने कोशिश सरकार में बैठे लोग, कांग्रेस और झामुमो के नेता नहीं करें. राजद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन घमंड में ना रहें, समय परिवर्तनशील है. अंगद की तरह पांव को जमाना चाहते हैं तो राजद की उपेक्षा करना बंद करें. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अगर राजद ने कोई फैसला ले लिया तो अगले विधानसभा चुनाव में आप चाहे कितना भी हेलीकॉप्टर से घूम-घूमकर प्रवचन करते रहें तो भी आपका काम नहीं बनने वाला है.
श्रम विभाग को बताया झुनझुनाः राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव ने कहा कि हमें श्रम विभाग दिया गया है. जिसके मंत्री यहां बैठे हैं लेकिन यह विभाग झुनझुना विभाग है. अगर राष्ट्रीय जनता दल को मान और सम्मान नहीं मिला तो बैंड बजा दिया जाएगा.
राष्ट्रीय जनता दल प्रदेश प्रधान महासचिव संजय प्रसाद यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री की खतियानी जोहार यात्रा को लेकर गिरिडीह के झामुमो नेता ने वहां के राजद नेता को फोन किया था. उसने जब हमें फोन किया था तो साफ कह दिया गया कि राजद का कोई भी नेता या कार्यकर्ता खतियानी जोहार यात्रा में तब शामिल होगा जब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का निर्देश मिलेगा. राजद प्रदेश प्रधान महासचिव ने कहा कि संगठन को नजरअंदाज करना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वहीं सरकार में शामिल श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कोई तीखी टिप्पणी से बचते दिखे. उन्होंने कहा कि संगठन को मजबूत करने के लिए अनुशासन जरूरी है. आने वाले दिनों में राजद पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर तक कार्यक्रम होंगे वहीं संगठन को मजबूत करना है, यह तब होगा जब हम अनुशासित रहेंगे.
सरकार में उपेक्षा से राजद नेताओं में नाराजगीः अभी हाल ही में बाल संरक्षण आयोग में युवा कांग्रेस के नेता को जगह मिली परंतु राजद इग्नोर रहा. इसी तरह राज्य सरकार के समन्वय समिति में भी राजद के कोई सदस्य नहीं है. UPA की बैठक में कांग्रेस-झामुमो कोटे के मंत्री-विधायकों के अलावा कांग्रेस-झामुमो के पदाधिकारी तो संगठन की ओर से भाग लेते हैं. लेकिन राजद संगठन की ओर से कोई भी भाग नहीं लेता क्योकि उन्हें बुलावा तक नहीं आता है. ऐसे में सरकार में शामिल होने के बावजूद राजद के तेवर काफी तल्ख हैं.