रांचीः झारखंड में 2 सीटों पर उपचुनाव होना है, बेरमो और दुमका दोनों ही सीट गठबंधन के खाते में थी और ऐसे में एक बार फिर गठबंधन इन सीटों पर काबिज होना चाहता है लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी भी इन सीटों पर अपनी नजर बनाए है.
भाजपा किसी भी कीमत पर इन सीटों पर अपने प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करना चाहती है. वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन यह दोनों सीटों को खोना नहीं जाती है. बेरमो और दुमका इन 2 सीटों पर गठबंधन कि प्रत्याशियों की जीत हो इसको लेकर यूपीए घटक दल पूरी तरह से प्रयास कर रहे हैं.
गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल का दावा है कि बेरमो और दुमका इन दोनों सीटों पर गठबंधन की ही जीत होगी क्योंकि पहले से ही यह दोनों सीट पर गठबंधन के खाते में रही है.
बेरमो विधानसभा में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हुई थी तो वहीं दुमका सीट जेएमएम के खाते में गई थी. राष्ट्रीय जनता दल की प्रदेश प्रवक्ता अनीता यादव ने कहा कि इन दोनों सीटों पर जहां भी प्रत्याशियों की जीत को लेकर स्टार प्रचारक के रूप में आरजेडी नेताओं की जरूरत पड़ेगी वहां पर हर तरीके से आरजेडी कार्यकर्ता और नेता मदद करने पहुंचेंगे.
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हालांकि अब भी इन दोनों सीटों पर आरजेडी कार्यकर्ता अपने-अपने स्तर पर गठबंधन के पक्ष में प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. बिहार विधानसभा चुनाव में गठबंधन से बाहर होकर झारखंड मुक्ति मोर्चा चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो वहीं झारखंड में उपचुनाव होना है.
ऐसे में गठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल का कितना फायदा झारखंड मुक्ति मोर्चा को देखता है यह तो चुनाव के परिणाम आने के बाद पता चलेगा लेकिन जो दूरियां बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनता दल और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच खिंच गई है उसका असर मौजूदा सरकार में पड़ेगा या नहीं ये भी देखना काफी दिलचस्प होगा.