रांची: झारखंड आरजेडी लोकसभा चुनाव 2024 में प्रदेश की 14 सीट में से 04 सीट पर दावेदारी पेश कर रहा है. इस संदर्भ में प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि पार्टी झारखंड की 04 लोकसभा सीट पर मजबूत स्थिति में है. इसलिए राजद का स्वाभाविक दावा इन चार लोकसभा सीट (पलामू, चतरा, कोडरमा और गोड्डा) पर बनता है.
ये भी पढ़ें:UCC को झामुमो ने बताया विभाजनकारी, कांग्रेस और राजद ने कहा चुनावी एजेंडा, पूछा- आदिवासी परंपराओं को लेकर भाजपा की क्या है सोच
आरजेडी नेता अनिता यादव ने क्या कहा:आरजेडी की झारखंड उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा पार्टी के प्रदेश स्तरीय नेताओं की विशेष बैठक में यह प्रस्ताव आया था कि पार्टी को चार लोकसभा सीट पर पार्टी मजबूत स्थिति में है. इसको लेकर पत्र भी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को भेजा दिया गया है. झारखंड राष्ट्रीय जनता दल के उपाध्यक्ष अनिता यादव ने साफ कर दिया है कि प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी तरफ से चार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ही करेंगे.
जेएमएम केंद्रीय महासचिव ने क्या कहा:झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि यह राजद के प्रदेश के नेताओं का बयान है. राज्य में लोकसभा सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या होगा? यह तब तय होगा जब तीनों दल के शीर्ष नेता एक साथ बैठेंगे. झामुमो नेता ने इस ओर भी इशारा किया कि लोकसभा सीटों के बटवारें को लेकर लेफ्ट को भी साथ रखा जाएगा. विनोद पांडेय ने कहा कि जब लोकसभा सीट की हिस्सेदारी को लेकर झामुमो, कांग्रेस और राजद के शीर्षस्थ नेता अंतिम फैसला लेंगे तो राज्य स्तरीय नेताओं को बयानबाजी से बचना चाहिए.
कांग्रेस नेता राकेश सिन्हा ने क्या कहा:कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा ने कहा कि भाई-चारा में दावेदारी महत्वपूर्ण नहीं होती है बल्कि लक्ष्य महत्वपूर्ण होता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर राजद का प्रदेश इकाई अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष से चार सीटों पर दावेदारी का आग्रह करता है तो उसमें बुराई भी क्या है? राज्य की 14 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस, झामुमो और राजद के बीच 9:4:1 के फार्मूले पर आगे बढ़ने का दावा अब तक किया जा रहा था. कांग्रेस के नेता अब राजद के चार लोकसभा सीट पर दावेदारी के बाद भाईचारे की बात करने लगे हैं.
2019 में राजद को मिली थी पलामू सीट:2019 लोकसभा चुनाव के वक्त के जिस 9:4:1 फॉर्मूले का जिक्र कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम भी करते हैं. उनके अनुसार राजद को तब सिर्फ एक पलामू लोकसभा सीट मिली थी. उस समय भी महागठबंधन में होते हुए भी चतरा लोकसभा सीट से राजद ने लालू राबड़ी के बेहद करीबी माने जाने वाले सुभाष यादव को मैदान में उतारा था. तब चतरा लोकसभा से कांग्रेस उम्मीदवार मनोज यादव और राजद उम्मीदवार सुभाष यादव दोनों की हार हुई थी और भाजपा के सुनील सिंह को जीत मिली थी. अब राजद पलामू और चतरा के साथ साथ उन दो लोकसभा सीटों (कोडरमा और गोड्डा) पर भी दावा कर रही है, जहां 2019 में बाबूलाल मरांडी की पार्टी मैदान में उतरी थी.