रांची: रिम्स के चिकित्सकों ने वर्षो से प्रमोशन नहीं होने के कारण स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलकर अपनी नाराजगी जताई है. डॉक्टरों ने मंत्री को अपनी पूरी पीड़ा सुनाई. बता दें कि वर्षों से प्रमोशन नहीं होने के कारण रिम्स के चिकित्सकों में खासा आक्रोश देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को नर्स डे के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलने कुछ डॉक्टर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और अपनी पीड़ा सुनाई.
Ranchi News: समय पर प्रमोशन नहीं मिलने से रिम्स के चिकित्सकों में आक्रोश, स्वास्थ्य मंत्री से जताई नाराजगी
रांची के रिम्स के चिकित्सकों को वर्षों से प्रमोशन नहीं मिला है. इससे आक्रोशित चिकिसकों ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मिलकर अपनी नाराजगी जताई है.
डॉक्टरों ने अपना आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि वे वर्षों से रिम्स में कार्य कर रहे हैं और बेहतर कार्य करने के बावजूद भी अगर प्रमोशन नहीं मिलता है तो निश्चित रूप से चिकित्सक हतोत्साहित होते हैं. रिम्स में कार्यरत डॉक्टर यूके साहू ने बताया कि प्रमोशन नहीं मिलने के कारण उनके जूनियर आज उन्हीं के सीनियर के रूप में उन्हें निर्देशित कर रहे हैं, जो कार्य स्थल पर उन्हें शर्मिंदगी महसूस कराता है. बेहतर कार्य करने के बावजूद यदि प्रमोशन ना मिले तो निश्चित रूप से डॉक्टरों के काम करने का उत्साह कम होता है और काम करने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
55 में से मात्र 16 चिकित्सकों को दी गई पदोन्नति: शिशु रोग विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ पार्था चौधरी बताते हैं कि मंत्री की अध्यक्षता में यह निर्णय ले लिया गया था कि सभी को प्रमोशन दिया जाए, लेकिन इसके बावजूद भी 55 में से मात्र 16 चिकित्सकों को पदोन्नति दी गई है, जो कि निश्चित रूप से दुखद है. डॉक्टर पार्थ कुमार चौधरी ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि जिस तरह से प्रमोशन को लेकर निदेशक और अधिकारियों की तरफ से लापरवाही बरती जा रही है. इसका सीधा असर रिम्स में कार्यरत चिकित्सकों पर पड़ रहा है और कहीं ना कहीं इसका आंशिक असर मरीजों पर भी पड़ रहा है.
चिकित्सकों को करना पड़ रहा दिक्कतों का सामना: डॉक्टरों ने कहा कि प्रमोशन नहीं मिलने की वजह से चिकित्सकों को काम करने के लिए अस्पताल में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. मरीज को देखने के लिए हमें उन डॉक्टरों से अनुमति लेनी पड़ रही है, जो डॉक्टर कभी हमारे जूनियर हुआ करते थे. बता दें कि रिम्स में 55 डॉक्टरों को प्रमोशन देना था, जिसमें मात्र 16 चिकित्सकों को ही अब तक प्रमोशन मिल पाया है. इस वजह से कुछ चिकित्सक सीनियर हो गए हैं और कुछ डॉक्टर उसी बैच के जूनियर डॉक्टर के रूप में काम करने को मजबूर हैं.