रांचीः झारखंड पुलिस के लिए चुनौती बने 15 लाख के इनामी नक्सली कमांडर रविंद्र गंझू के किले में घुसकर झारखंड पुलिस ने नक्सली ठिकाने को तबाह किया है. झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के द्वारा 12 दिन तक लगातार चले ऑपरेशन डबल बुल ने लोहरदगा में माओवादियों को आर्थिक नुकसान के साथ-साथ कई गहरे घाव दिए. इस ऑपरेशन की कामयाबी को लेकर आईजी अभियान अमोल वी होमकर ने रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी.
इसे भी पढ़ें- लोहरदगा में नक्सलियों के खिलाफ पुलिस को बड़ी सफलता, डीजीपी ने कहा- जल्द करेंगे खुलासा
प्रदेश में नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है. झारखंड पुलिस अब नक्सलियों के मांद में घुसकर उनसे लोहा ले रही है. पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों के उत्साह के आगे नक्सलियों के द्वारा की गयी घेराबंदी भी अब उनके काम नहीं आ रही है. 12 दिनों तक चले ऑपरेशन डबल बुल में भाकपा माओवादियों को तगड़ा नुकसान पहुंचा है. इस अभियान में 12 दिनों के भीतर 10 बार पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ भी हुई. जिसमें इनामी नक्सली रविंद्र गंझू का ठिकाना तबाह हो गया. इस दौरान रविंद्र गंझू अपने कुछ चुनिंदा साथियों के साथ जंगल से भागने में कामयाब हो गया लेकिन पुलिस ने उसके 9 हार्डकोर साथियों को दबोचा लिया. इस दौरान लातेहार-लोहरदगा के जंगल में सर्च ऑपरेशन में हथियार बरामद किए गए.
नक्सलियों के बंकर ध्वस्तः लोहरदगा और लातेहार जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित बुलबुल जंगल 15 लाख के इनामी नक्सली कमांडर रविंद्र गंजू का सबसे सुरक्षित ठिकाना वर्षों से बना हुआ था. इस इलाके की घेराबंदी रविंद्र गंझू के द्वारा आईईडी बमों से की गयी थी. लेकिन पुलिस ने माओवादियों के इस सुरक्षित इलाके को नेस्तनाबूद कर उन्हें वहां से भागने पर विवश कर दिया. जंगल में अभियान के दौरान सुरक्षा बल उस समय हैरान रह गए जब दर्जनों की संख्या में जंगल से बंकर देखे गए. जंगलों और पहाड़ों की खोह में नक्सलियों के द्वारा सुरक्षित बंकरों का निर्माण किया गया था. जिसमें बड़े पैमाने पर रोजमर्रा के सामान बम और गोला-बारूद छुपाकर रखा गया था. 12 दिन के इस अभियान में सुरक्षा बलों ने कई बंकर ध्वस्त कर दिए गए.
नक्सलियों से जब्त नकद और हथियार बम से लेकर सुई तक बरामदः सुरक्षाबलों के द्वारा सर्च ऑपरेशन में अमेरिकन ऑटोमेटिक राइफल, कार्बाइन, इंसास, रेगुलर राइफल, गोला बारूद के साथ 3000 से अधिक कारतूस बरामद किए गए है. इसके अलावा नक्सलियों के द्वारा प्रयोग में लाए जाने वाले वाले वायरलेस सेट, बैटरी, फ्यूल, टाइमर घड़ी, बड़े पैमाने पर वर्दी, स्वास्थ्य कीट के अलावा 68 किस्म के सामान बरामद किए गए हैं. सुरक्षाबलों ने अपने अभियान के दौरान बंकरों में छुपाकर रखे गए बम से लेकर सुई तक किसी भी सामान को वहां नहीं छोड़ा. झारखंड पुलिस आईजी अभियान ने बताया कि 12 दिन तक चले इस महाअभियान में लातेहार और लोहरदगा जिला बल के जवान, कोबरा झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ आईआरबी के जवान शामिल रहे. इस अभियान में 10 लाख का इनामी जोनल कमांडर बलराम उरांव, सब जोनल कमांडर दशरथ सिंह खेरवार, एरिया कमांडर मारकुस नागेसिया, सेल सदस्य शैलेश्वर, मुकेश, वीरेन शैलेंद्र, संजय और शीला खेरवार शामिल हैं.
सर्च ऑपरेशन में बरामद वर्दी और जूते