रांची:कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता समाप्त कर दी गई है. केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी पर हुई कार्रवाई के बाद सभी राजनीतिक दलों में हलचल बढ़ गई है. विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और नेता अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. इस मामले में झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि 'श्री राहुल गांधी जी की अयोग्यता मामले ने प्रदर्शित किया कि कैसे राजनीतिक मतभेद अब सत्तारूढ़ केंद्र सरकार के लिए बदले की लड़ाई है. आज के अमृत काल में सत्ता के हर हथकंडे का इस्तेमाल कर विपक्ष के नेता बीजेपी के एकतरफा निशाने पर हैं. यह स्पष्ट है कि न्यू इंडिया में अमृत काल केवल भाजपा के नेताओं और सदस्यों पर लागू होता है. जबकि इस देश के पूरे विपक्ष और नागरिकों के लिए यह आपतकाल है.'
राहुल गांधी की सदस्यता जाने को हेमंत सोरेन ने बताया आपातकाल, बीजेपी नेताओं ने फैसले का किया स्वागत
राहुल गांधी की सदस्यता खत्म होने पर झारखंड के नेताओं ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक तरफ जहां सीएम हेमंत सोरेन ने इसे आपातकाल बताया है. वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने इस फैसला का स्वागत करते हुए राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की है.
वहीं, बीजेपी ने इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रधुवर दास ने कहा 'पिछड़ों के लिए अभद्र भाषा इस्तेमाल करने के मामले में जमानत पर बाहर राहुल जी की लोकसभा सदस्यता समाप्त होने के निर्णय का स्वागत है. यह देश के पिछड़ा वर्ग की जीत है. बिना मतलब पिछड़ों को गाली देने का जो कांग्रेस में फैशन बन गया है, इसके बाद ऐसी भाषा पर रोक लगेगी.'
झारखंड के पूर्व मुख्य मंत्री और झारखंड बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा 'राहुल गांधी, उनके परिवार और पार्टी ने पिछड़ों को अपमानित करने की एक खतरनाक परिपाटी शुरू की है. जिसका अंत होना चाहिए. सूरत कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी को पिछड़ा वर्ग को बेईमान कहने के लिए अविलम्ब मांफी मांगनी चाहिए. राहुल गांधी जी, राजा-रानी, राजकुमारों के सामंती सोच के नशे से बाहर निकलें.