रांची: चारा घोटाला मामले में राजद सुप्रीमो लालू यादव दोषी क्या करार दिए गए, प्रदेश संगठन में खाली पड़े पदों को भरने की होड़ सी मच गई. 15 फरवरी को डोरंडा कोषागार निकासी मामले में दोषी करार दिए जाने के 24 घंटे के भीतर संजय सिंह यादव को प्रदेश राजद की कमान दे दी गई.
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फिलहाल संजय सिंह यादव को कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. इस मनोनयन के 48 घंटे के भीतर रंजन कुमार को प्रदेश युवा राजद का अध्यक्ष मनोनीत कर दिया गया है. नवमनोनीत कार्यकारी अध्यक्ष संजय सिंह यादव ने राजद सुप्रीमो लालू यादव के निर्देश का हवाला देते हुए इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है. इससे पहले उन्होंने डॉ मनोज को प्रदेश राजद के प्रवक्ता के रूप में मनोनीत किया था.
आपको बते दें कि पिछले साल नवंबर माह में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह के साथ एक दूसरे गुट के बीच जबरदस्त विवाद हुआ था. उस वक्त अभय सिंह ने तत्कालीन प्रवक्ता डॉ मनोज को पार्टी की सदस्यता से छह साल के लिए निलंबित कर दिया था. हालाकि उनके इस फैसले के कुछ घंटे के भीतर ही राजद सुप्रीमो के हवाले से डॉ मनोज को पद पर बहाल कर दिया गया था.
विवाद बढ़ने पर राजद सुप्रीमो लालू यादव के निर्देश पर झारखंड राजद की प्रदेश कमेटी समेत सभी प्रकोष्ठ को भंग कर दिया गया था. इसके बाद से ही पदों पर आसीन होने की होड़ मची हुई थी. चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार मामले में पेशी के लिए लालू यादव के 13 फरवरी को रांची आने के बाद से ही नेताओं में उनसे मिलने की होड़ मची हुई थी.