रांचीः अरगोड़ा थाने की पुलिस ने नौ माह पहले पुंदाग रोड मंगलम इनक्लेव निवासी रेमडेसिविर मामले के गवाह राजेश रंजन की मौत की गुत्थी सुलझा ली है(Ranchi police revealed mystery of drug dealer murder). राकेश ने छत से कूद कर जान नहीं दी थी, बल्कि उसकी हत्या की गई थी. इस वारदात को पैसे की लालच में उसकी दूसरी पत्नी प्रीति रंजन ने अंजाम दिया है. इसका खुलासा रांची पुलिस की जांच में हुआ है.
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पुलिस ने आरोपी प्रीति को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने उसे सोमवार को हवाई नगर स्थित किराए के मकान से पकड़ा था. महिला थाना में प्रीति रंजन से पूरे मामले में पूछताछ चल रही है. पुलिस को जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं. पुलिस को पता चला है कि इस वारदात को अंजाम देने में राकेश की दूसरी पत्नी के अलावा अन्य लोग भी शामिल थे. हालांकि पुलिस उन लोगों के बारे में जानकारी इक्ट्ठा कर रही है. पूछताछ में आरोपी प्रीति ने पुलिस को बताया कि 20 मार्च को सुबह तीन बजे वह घूमने के लिए घर से निकल गयी थी. इसके बाद क्या हुआ, इसकी जानकारी उसे नहीं है.
डेढ़ करोड़ से अधिक का है राकेश का बीमाःराकेश ने डेढ़ करोड़ से अधिक रुपए का जीवन बीमा कराया था. जिसमें उसने नोमनी के रूप में दूसरी पत्नी प्रीति रंजन को बनाया था. पुलिस को जांच में इसकी जानकारी मिली है. पुलिस को पता चला कि राकेश आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे और लगातार वह बीमार भी रह रहे थे. इसको लेकर दूसरी पत्नी के साथ उसका अक्सर विवाद होता था. घटना वाली रात को भी प्रीति के साथ राकेश का झगड़ा हुआ था. पुलिस को पता चला कि जीवन बीमा की राशि को हड़पने के लिए दूसरी पत्नी ने उसकी हत्या कर तीसरे तल से नीचे फेंकवा दिया था.
कॉल रिकॉर्डिंग से आरोपी तक पहुंची पुलिसःपुलिस को जांच में पता चला कि बीते 19 मार्च की रात करीब दो बजे राकेश ने अपने पुत्र रॉनित से फोन पर बातचीत की थी. उस वक्त रॉनित पटना में अपनी मां के साथ था. जिसकी रिकार्डिंग रॉनित के पास से पुलिस को मिली है. फोन पर राकेश यह कह रहे थे कि उसे बचा लो, नहीं तो ये लोग उसे मार देंगे. वह बार-बार अपने पुत्र से आग्रह कह रहे थे कि उसे पटना अपने पास ले चलो. इसके बाद फोन कट हो गया और मोबाइल स्वीच ऑफ हो गया. हालांकि कई बार रॉनित ने अपने पिता से संपर्क करने का भी प्रयास किया. लेकिन बात नहीं हो पायी. कॉल रिकॉर्डिंग के आधार पर पुलिस ने आरोपी प्रीति को पकड़ा.
20 मार्च को राकेश की हुई थी हत्याःरांची के अरगोड़ा इलाके के पुंदाग रोड मंगलम इनक्लेव के रहने वाले दवा व्यवसायी राकेश रंजन ने 20 मार्च को अपने अपार्टमेंट के तीसरे तल्ले से कूदकर जान दे दी थी. राकेश का अरगोड़ा चौक स्थित हेल्थ प्वाइंट नाम की दवा दुकान है. राकेश का इसी दवा दुकान से कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोनारोधी इंजेक्शन रेमडेसिविर की कालाबाजारी में नाम उछला था. उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा गया था. इसके बाद सीआईडी ने राकेश को सरकारी गवाह बना दिया था. इस मामले में राकेश के पुत्र रॉनित रंजन ने अपनी सौतेली मां के खिलाफ अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी थी. पुलिस महिला को जेल भेजने की तैयारी में है.