रांचीः झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान कोई भी दर्शक दीर्घा में बिना संपूर्ण जांच के अंदर नहीं जा पाएगा. इस संबंध में रांची एसएसपी के द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं. लोकसभा में सुरक्षा में चूक के बाद झारखंड विधानसभा सत्र को लेकर रांची पुलिस अलर्ट है.
रांची पुलिस अलर्टः बुधवार को लोकसभा में कुछ युवकों के द्वारा दर्शक दीर्घा में कूदने की घटना और सुरक्षा व्यवस्था में चूक की घटना से सबक लेते हुए रांची पुलिस अलर्ट मोड में आ गई है. रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि 15 दिसंबर से आहूत झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में किसी भी संदिग्ध व्यक्ति को अंदर जाने नहीं दिया जाएगा. इस संबंध में विधानसभा सचिवालय के द्वारा भी आवश्यक निर्देश पुलिस को प्राप्त हुए हैं. रांची एसएसपी ने बताया कि दर्शक दीर्घा में जाने वाले व्यक्तियों की गहन जांच की जाएगी जांच पूरी होने के बाद ही उन्हें दर्शक दीर्घा के अंदर जाने दिया जाएगा. इस संबंध में पुलिस को ब्रीफ भी कर दिया गया है.
किसी भी तरह की वस्तु ले जाने की मनाहीः झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान दर्शक दीर्घा में जाने वाले व्यक्तियों को कोई भी सामान ले जाने की इजाजत नहीं रहेगी. बाकायदा उनके जूते को खोलकर भी चेक किया जाएगा. बैग जैसी वस्तुएं बाहर ही जमा करना होगा.
विधानसभा सत्र को लेकर सुरक्षा पुख्ताः विधानसभा सत्र को लेकर पुलिस ने अपनी सुरक्षा की तैयारियों को पुख्ता किया है, अनुमान लगाया जा रहा है कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामेदार हो सकता है. कई मामलों को लेकर विधानसभा घेराव के कार्यक्रम भी पूर्व निर्धारित है. विधानसभा के भीतर और बाहर कई मुद्दों को लेकर हंगामा और घेराव हो सकते हैं. ऐसे में पुलिस के द्वारा विधानसभा सत्र के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद रहे, इसके लिए पूरे परिसर में चार लेयर की सुरक्षा चक्र की व्यस्था की गई है.
सत्र के दौरान सुरक्षा में 800 जवान के साथ साथ 15 इंस्पेक्टर और 07 डीएसपी रैंक के अधिकारी भी सुरक्षा की निगरानी करेंगे. वहीं सत्र के दौरान विधानसभा और उसके आस-पास के क्षेत्रों में भी सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की जा रही है. सत्र के दौरान सुरक्षा में तैनात होने वाले सुरक्षाकर्मियों को कई तरह के निर्देश भी जारी कर दिए गए है. सुरक्षा में किसी प्रकार की कोई चूक ना हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है. विधानसभा के आस-पास कई जगहों पर बैरिकेडिंग की भी व्यवस्था की गई है.