रांचीः जिला के मैक्लुस्कीगंज में बुधवार की देर रात उग्रवादियों के द्वारा एक ईंट भट्टे पर कई राउंड गोलीबारी की गई. इस गोलीबारी में दो मजदूरों को गोलियां लगी हैं, जिन्हें इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल भेजा गया है. घटनास्थल पर उग्रवादियों के द्वारा पर्चे भी फेंके गए हैंं, जिसमें यह कहा गया है कि अगर लेवी (रंगदारी) नहीं मिलेगा तो उसका अंजाम बुरा होगा.
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क्या है मामलाः रांची का मैक्लुस्कीगंज उग्रवादियों के लिए सेफ जोन बनता जा रहा है. इस इलाके में हाल के दिनों में उग्रवादियों की गतिविधियां काफी तेज हुई हैं. टीपीसी और पीएलएफआई जैसे उग्रवादी संगठन इस इलाके में अपनी पकड़ को मजबूत करने के लिए लगातार कारोबारियों को धमका रहे हैं, उनकी साइट पर हमला भी कर रहे हैं. बुधवार की देर रात भी मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के जोगिया में उग्रवादियों ने एक ईंट भट्ठे पर हमला बोल दिया. ईंट भट्टे पर पहुंचते ही उग्रवादियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी, गोलीबारी की इस घटना में दो मजदूर राजकुमार और सोमरा उरांव घायल हो गए. दोनों घायल मजदूरों को इलाज के लिए रिम्स अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, इन दोनों के पांव में गोलियां लगी हैं.
राजन साहू का है भट्ठाः जानकारी के अनुसार मैक्लुस्कीगंज स्थित ईट भट्टा राजन साहू नाम के व्यक्ति का है. बुधवार रात 10 की संख्या में उग्रवादी मौके पर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले मजदूरों से राजन साहू का ही नंबर मांगा, जब मजदूरों ने कहा कि उनके पास नंबर नहीं है तो इसके बाद उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. घटना की मामले की जानकारी मिलने के बाद खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी और मैक्लुस्कीगंज थाना प्रभारी राना जंग बहादुर सिंह घटनास्थल पहुंच घायल मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया. मौके से पुलिस ने कई पर्चे भी बरामद किए हैं, जिसमें कारोबारियों को धमकी दी गई है.
इलाके में सर्च अभियान शुरूः रांची में नक्सली वारादत को लेकर अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि इस घटना को माओवादियों ने या फिर किसी दूसरे संगठन ने अंजाम दिया है. इलाके में पुलिस के द्वारा सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. हालांकि अभी तक इस मामले में किसी भी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है. वहीं इस फायरिंग के बाद इलाके में बिजनेस करने वाले कारोबारी दहशत में हैं.