रांची:गर्मी के मौसम में राजधानी में जल संकट गहराना कोई नई बात नहीं है. इस बार अप्रैल माह से ही लोगों को पानी के लिए संघर्ष करते देखा जा रहा है. नगर निगम की तरफ से शहर के 12 वार्डों को ड्राई जोन घोषित कर दिया गया है. सबसे ज्यादा पानी की दिक्कत राजधानी के वार्ड 26 में देखने को मिलती है. यह वार्ड राजधानी का सबसे अधिक घनत्व वाला क्षेत्र है. आइए शनिवार (15 अप्रैल) को आपको वार्ड 26 की पूरी वस्तु स्थिति से परिचय कराते हैं.
Ranchi Water Crisis: पानी की किल्लत से सूख रहे लोगों के हलक, शहर के सबसे अधिक धनत्व वाले वार्ड में जल संकट से मचा हाहाकार - रांची नगर निगम वार्ड 26 में पानी की किल्लत
रांची में पानी की परेशानी शुरू हो गई है. नगर निगम ने अपने 12 वार्डों को चिन्हित कर ड्राई जोन घोषित कर दिया है. इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित वार्ड 26 है. जहां पानी के लिए वार्ड के लोगों में कोहराम मचा हुआ है. जानिए वार्ड 26 में इस बार की स्थिति.
![Ranchi Water Crisis: पानी की किल्लत से सूख रहे लोगों के हलक, शहर के सबसे अधिक धनत्व वाले वार्ड में जल संकट से मचा हाहाकार Ranchi Nagar Nigam Ward 26](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/1200-675-18260935-thumbnail-16x9-watercrisis.jpg)
टैंकर का पानी पूरे वार्ड के लिए पर्याप्त नहीं:वार्ड 26 के अंतर्गत आने वाले हरमू कॉलोनी, आजाद हिंद नगर, हरमू बस्ती, आनंद पूरी में लगभग 40 हजार आबादी को पानी के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. वार्ड 26 के मैनेजर समद अली अहमद ने बताया कि लोगों की परेशानी को देखते हुए टैंकर के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जाता है. घनी आबादी होने के कारण टैंकर का पानी पूरे वार्ड के लिए पर्याप्त नहीं होता है. लोगों ने बताया कि सुबह से ही वह सभी अपना काम छोड़कर पानी के लिए लाइन में लग जाते हैं. इसके बाद भी कई लोगों ने बताया कि उन्हें निराशा ही हाथ लगती है. पानी नहीं मिल पाता है. रविवार (16 अप्रैल) को वार्ड 34 का हाल बताएंगे.
ये है वार्ड 26 में पानी की स्थिति:
- प्रतिदिन पूरे वार्ड में कम से कम 15 से 20 एमजीडी (Million gallen per day) पानी की जरूरत है.
- आपूर्ति मात्र 10 एमजीडी की ही हो पा रही है. मतलब 5 से 10 एमजीडी की कमी.
- करीब पांच से दस एमजीडी पानी की आपूर्ति बढ़ा दी जाए तो वार्ड में लोगों को राहत मिल पाएगी.
- पीएचईडी विभाग की तरफ से 50 हजार से ज्यादा लीटर की क्षमता का जल मीनार बनाया जा रहा है.
- नगर निगम की तरफ से 50 बोरिंग भी लगाए गए हैं.
- इसके अलावा वार्ड के विभिन्न मोहल्लों में 50 की संख्या में दो हजार की क्षमता वाले पानी की टंकी लगाई गई है, जिसमें पानी स्टोर किया जाता है.
- वार्ड 26 में पांच हजार ऐसे घर हैं, जहां पाइप का कनेक्शन तो पहुंच गया है, लेकिन पानी अभी तक नहीं पहुंचा है.
- फिलहाल कुल आबादी के 25% घरों में सरकारी पाइप के माध्यम से पानी पहुंच रहा है.
- टैंकर के माध्यम से करीब आधा मिलियन गैलन पानी प्रतिदिन बाहर से मंगाया जा रहा हैं, जो पर्याप्त नहीं है.
- पूरे वार्ड में कुल 14 मुहल्ले व टोले हैं, जिसकी आबादी एक लाख से सवा लाख तक है. इन्हें आए दिन पानी की समस्या से जुझना पड़ता है.