रांची:राज्य भर में सबसे ज्यादा होल्डिंग टैक्स वसूलने का रांची नगर निगम ने रिकॉर्ड बनाया है. 2023-24 के वित्तीय वर्ष के प्रथम क्वार्टर की समाप्ति पर रांची नगर निगम द्वारा होल्डिंग टैक्स की वसूली राज्य भर के बाकी नगर निकायों की तुलना में सबसे ज्यादा की गई है. इस उपलब्धि को लेकर नगर निगम के आयुक्त शशि रंजन कुमार ने बताया कि 1 अप्रैल 2023 से लेकर 30 जून 2023 तक करीब 73 हजार करदाताओं से होल्डिंग टैक्स वसूला गया.
होल्डिंग टैक्स की वसूली में रांची नगर निगम ने बनाया रिकॉर्ड, राज्य में सबसे ज्यादा राजधानी के लोगों ने जमा किए पैसे
होल्डिंग टैक्स वसूलने के मामले में रांची नगर निगम ने रिकॉर्ड बनाया है. रांची नगर निगम ने राज्य भर में सबसे ज्यादा टैक्स वसूला है. इस उपलब्धि के लिए नगर आयुक्त शशि रंजन ने सभी नागरिकों के प्रति आभार प्रकट किया है.
उन्होंने बताया कि अब तक 27, 04, 73281 रुपए होल्डिंग टैक्स के रूप में जमा करा दिए गए हैं. 17,53,28503 रुपए डोर टू डोर कलेक्शन के माध्यम से प्राप्त किए गए हैं. जबकि 3,32,67204 रुपए रांची नगर निगम कार्यालय और डोरंडा स्थित सुविधा केंद्र में करदाताओं के द्वारा जमा कराया गया है. वहीं 6,18,77574 रुपए डिजिटल पेमेंट के माध्यम से करदाताओं ने होल्डिंग टैक्स के रूप में निगम के खाते में जमा कराया है.
आयुक्त ने नागरिकों का जताया आभार:लोगों के द्वारा प्रमुखता से होल्डिंग टैक्स जमा कराए जाने पर नगर निगम के आयुक्त ने निगम के सभी सम्मानित नागरिकों का आभार प्रकट किया और उन्हें विश्वास दिलाया कि जमा किए गए राशि का उपयोग नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने और शहर को स्वच्छ रखने में किया जाएगा. इस उपलब्धि के लिए निगम के पदाधिकारी और टैक्स एजेंसी के कर्मियों के बेहतर कार्यों की प्रशंसा कर नगर आयुक्त शशि रंजन कुमार ने सभी कर्मियों का उत्साह वर्धन किया.
लोगों को किया जा रहा जागरूक:वहीं नगर निगम की तरफ से राजधानी में लोगों को होल्डिंग टैक्स जमा करने के लिए जगह-जगह पर माइकिंग के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है, ताकि निगम के खाते में ज्यादा से ज्यादा धनराशि जमा हो सके. जिससे निगम के क्षेत्रों के लोगों के विकास कार्य को बढ़ाने में मदद मिलेगी. नगर निगम के आयुक्त शशि रंजन कुमार ने सेवा सदन स्थित बन रहे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट(SPT) और जालान रोड पर निर्माणधीन नाले के काम का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने संबंधित संवेदकों और इंजीनियरों को समय पर काम करने का निर्देश दिया.