रांचीः डॉ. मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार द्वारा बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, और पश्चिम बंगाल में कालाजार उन्मूलन को लेकर वीडिओ कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक (Meeting on Kala azar by Union Health Minister) की गई. इस बैठक में रांची से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सहित अन्य राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री और उच्च स्तरीय पदाधिकारी अपने अपने राज्यों से सम्मिलित हुए.
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कालाजार उन्मूलन पर समीक्षा बैठक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने अभिनेता मनोज वाजपेयी द्वारा कालाजार पर वीडियो के माध्यम से दिए गए संदेश को भी लांचिंग किया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात कार्यक्रम में उनके द्वारा दिए गए संदेश को भी सुनाया गया. जिसमें उन्होंने कहा था कि 'बालू मक्खी पर नियंत्रण और कालाजार रोग की जल्द से जल्द पहचान और उसका पूरा उपचार' कालाजार के उन्मूलन के लिए बहुत आवश्यक है. डॉ मनसुख मांडविया ने समीक्षा बैठक के दौरान निर्देश दिया कि केंद्र सरकार से आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाती है पर उनका क्रियान्वयन राज्य को सुनिश्चित करना होगा.
इस कार्यक्रम में डॉ भारती प्रवीण पवार, राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री, भारत सरकार ने कहा कि कालाजार रोग के समूल उन्मूलन के लिए कालाजार के मरीजों की पहचान को सुनिश्चित करने के लिए सुनियोजित रणनीति के तहत कार्य करने की आवश्यकता है. उन्होंने सुझाव दिया कि झारखंड की नई पहल जिसमें ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस के माध्यम से सघन सर्विलांस किया जाता है, उसे अन्य राज्य द्वारा भी अपनाया जा सकता है.
'झारखंड कालाजार से मुक्ति की ओर'- बन्ना गुप्ताः डॉ मनसुख मांडविया की कालाजार को लेकर बैठक में शामिल झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता (Ranchi Minister Banna Gupta attended meeting) ने कहा कि राज्य में केवल 01 ब्लाक लिट्टीपाड़ा को छोड़कर किसी भी ब्लॉक में कालाजार के मरीज नहीं हैं यानी हमारा राज्य कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने यह भी बताया कि विगत वर्षों में राज्य के 04 जिलों के 33 ब्लॉक में 05 ब्लॉक में कालाजार के केस 10 हजार की आबादी पर 01 से ज्यादा थे, अब मात्र लिट्टीपाड़ा ब्लाक ही ऐसा ब्लॉक है जहां प्रति 10 हजार की आबादी पर कालाजार के मरीजों की संख्या 01 से अधिक हैं. उन्होंने आश्वस्त केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को आश्वस्त करते हुए कहा कि झारखंड तय समय में बहुत जल्दी कालाजार से मुक्त राज्यों की सूची में शुमार हो जाएगा.
'भारत सरकार कालाजार उन्मूलन के लिए दृढ़ संकल्पित': भारत सरकार की कालाजार उन्मूलन की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, राजेश भूषण, सचिव, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा कि, 'सरकार कालाजार उन्मूलन के लिए दृढ़ संकल्पित है और कालाजार से प्रभावित सभी क्षेत्रों में रणनीति बनाकर कार्य किया जा रहा है. कालाजार उन्मूलन के लिए एकीकृत सूक्ष्म कार्य योजना बनाकर, गांव और ब्लॉक स्तर पर इसके उन्मूलन के लिए गतिविधियां संपादित की जा रही हैं और कालाजार से प्रभावित गांवों के हर घर में कीटनाशी छिड़काव (आईआरएस) सुनिश्चित किया जा रहा है'.
राजीव मांझी, संयुक्त सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार ने बताया कि 'हम सब के समेकित प्रयास से विगत एक वर्ष में कालाजार मामलों में बहुत कमी आयी है और शीघ्र ही हम कालाजार मुक्त भारत बनाने के लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे'. वहीं निदेशक एनसीवीबीडीसी, भारत सरकार, डॉ. तनु जैन ने सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि, 'हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम कालाजार उन्मूलन की दिशा में कार्य करें, संबद्ध विभागों, स्वयं सहायता समूहों, अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और डेवलपमेंट पार्टनर्स के संयुक्त प्रयासों से हमें उन्मूलन लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलेगी'.
इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार, अपर मुख्य सचिव, स्वास्थ्य, झारखंड और राज्य के स्वास्थ्य पदाधिकारी और सहयोगी संस्थाओं में जैसे- विश्व स्वास्थ्य संगठन, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज (जीएचएस), प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल (पीसीआई), केयर के प्रतिनिधियों ने प्रतिभागिता भी रही.