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मिचौंग तूफान के असर को लेकर झारखंड में अलर्ट! किसानों की बढ़ सकती है परेशानी, धान के साथ साथ सब्जी और फल को बारिश से बचाने की सलाह - झारखंड न्यूज

Cyclone Michaung warning. मिचौंग तूफान के असर को लेकर रांची मौसम विभाग ने झारखंड में अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग की चेतावनी खासकर किसानों के लिए है. क्योंकि इस बीच बारिश के आसार हैं, जिससे फसल और सब्जियों को नुकसान हो सकता है. झारखंड में मिचौंग तूफान का असर आगामी 6 और 7 दिसंबर तक रहने के आसार हैं.

Ranchi Meteorological Department issued alert regarding cyclone Michaung in Jharkhand
मिचौंग तूफान को लेकर रांची मौसम विभाग ने झारखंड में अलर्ट जारी किया

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Dec 5, 2023, 12:30 PM IST

Updated : Dec 5, 2023, 1:45 PM IST

मिचौंग तूफान के असर को लेकर झारखंड में अलर्ट! जानकारी देते मौसम वैज्ञानिक

रांचीः मिचौंग तूफान के असर को लेकर मौसम केंद्र रांची की ओर से झारखंड में अलर्ट जारी किया गया है. बंगाल की खाड़ी से उठे मिचौंग तूफान के कारण 4 दिसंबर से ही प्रदेश के विभिन्न जिलों में बादल छाए हुए हैं तो कहीं कहीं बारिश भी हो रही है. इस तूफान का सबसे ज्यादा असर किसानों पर पड़ सकता है. मौसम विभाग की चेतावनी किसानों के लिए जारी की गयी है.

रांची मौसम विभाग के वैज्ञानिक अभिषेक कुमार ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि मिचौंग तूफान का असर झारखंड में अगले दो-तीन दिनों तक देखने को मिलेगा. इसका सबसे ज्यादा असर 6 और 7 दिसंबर को देखा जा सकता है. फिलहाल तमिलनाडु और दक्षिण भारत के इलाकों में मिचौंग की वजह से लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पर रहा है. मौसम विभाग ने किसान भाइयों के लिए अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि मिचौंग तूफान की वजह से हो रही बारिश होने के कारण फसल, फलों और सब्जियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है. क्योंकि इस बारिश से उनके दानो का झड़ना, फलों में दाग लगने की संभावना बढ़ सकती है. ऐसे में खेतों से जल निकासी की उचित व्यवस्था अवश्य करें.

किसानों को सलाह है कि परिपक्व फल और सब्जियों की तुड़ाई कर ले और उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखें. बिन मौसम बारिश की वजह से खरीफ फसल में रोग के प्रसार को कम करने के लिए खेतों में गिरे हुए फलों को हटा लें. ठंड के मौसम में हो रही बारिश की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी धान की फसल में देखने को मिल सकती है. धान की फसल को लेकर मौसम विभाग ने किसानों को सुझाव दिया है कि जिन खेतों में धान परिपक्व अवस्था में आ गए हैं उन्हें जल्द से जल्द काट लें नहीं तो पानी लगने से फसल खराब हो सकती है.

वहीं 4 दिसंबर से हो रही छिटपुट बारिश को देखते हुए किसान भी अपने खेतों में पहुंच गए हैं और धान की कटाई जोर-जोर से करते नजर आ रहे हैं. इसके अलावा मटर की खेती पर भी बिन मौसम बारिश का खासा असर देखने को मिल सकता है. खेतों में बोए गए मटर में फूल उग गए हैं. ऐसे में फूलों पर पानी पड़ने से मटर की फसल बर्बाद हो सकती है. मटर के अलावा अरहर की फसल को भी बारिश से नुकसान हो सकता है. अरहर के साथ-साथ कद्दू, नेनुआ जैसे सब्जियों को भी अचानक हुई बारिश नुकसान पहुंचा सकती है.

वहीं धान की कटाई के बाद जो किसान गेहूं की बुआई करने के लिए खेतों का सिंचाई कर रहे थे. उन किसानों को भी बारिश की वजह से बुआई के लिए इंतजार करना पड़ेगा. क्योंकि सिंचाई के बाद खेत में फिर से पानी जमा हो जाएगा. जिस वजह से गेहूं की बुआई में देरी हो सकती है. मिचौंग के असर से बिन मौसम बारिश ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है. ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि आने वाले दिनों में इसका असर सब्जियों फलों और फसलों के उत्पादन और कीमतों पर पड़ सकता है.

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Last Updated : Dec 5, 2023, 1:45 PM IST

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