झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

27 अक्टूबर से खुलेगा रांची जिला बार एसोसिएशन, वर्चुअल कोर्ट को फिजिकल कोर्ट में करने की मांग - रांची में फिजिकल कोर्ट की मांग

रांची सिविल कोर्ट के जिला बार एसोसिएशन को 27 अक्टूबर से खोलने का निर्णय लिया गया है. इसके साथ ही जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव ने हाई कोर्ट से वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से चल रही सुनवाई को फिजिकल कोर्ट में करने की मांग की है.

ranchi district bar association
रांची जिला बार एसोसिएशन

By

Published : Oct 22, 2020, 6:16 PM IST

रांचीः सिविल कोर्ट जिला बार एसोसिएशन को 27 अक्टूबर से खोलने का निर्णय लिया गया. दुर्गा पूजा के बाद अधिवक्ता बार भवन में बैठकर वकालतनामा भरने से लेकर अन्य तरह के न्यायिक कार्य से जुड़े कार्य कर सकेंगे. वहीं, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव संजय कुमार विद्रोही ने झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश से वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से चल रही सुनवाई को फिजिकल कोर्ट में करने का आग्रह किया है.

जिला बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव संजय कुमार विद्रोही
भुखमरी की कगार पर अधिवक्ताजिला बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव संजय विद्रोही ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण अधिवक्ताओं के जीवन यापन पर काफी असर पड़ा है. ऐसे में वर्चुअल कोर्ट के माध्यम से सुनवाई होने के कारण बहुत कम ही अधिवक्ता कोर्ट में काम मिल पा रहे है, जिसके कारण अधिवक्ताओं के आर्थिक जीवन में काफी असर पड़ा है. 90 प्रतिशत अधिवक्ता भुखमरी की कगार पर हैं. ऐसे में फिजिकल कोर्ट के माध्यम से सुनवाई होने से अधिवक्ताओं के जीवन स्तर में सुधार हो सकेगा.

इसे भी पढ़ें-ETV BHARAT IMPACT: देवघर में अरसे से बदहाल सड़क का शुरू हुआ निर्माण कार्य, भरा रहता था सड़क पर पानी

बार भवन को खोलने का निर्णय
वहीं, संजय विद्रोही ने कहा कि 27 अक्टूबर से बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बार भवन को खोलने का निर्णय लिया गया है, जिससे अधिवक्ता अस्थाई जगह में बैठ पाएंगे और अपने मामले की सुनवाई को लेकर उपस्थित हो सकेंगे. उन्होंने बताया कि दोनों बार भवन नया और पुराना सिर्फ वकीलों के लिए खोलने का निर्णय लिया गया है. 10:30 बजे से दोपहर के 3:30 बजे तक बार भवन अधिवक्ताओं के लिए खुला रहेगा.

19 मार्च से बंद है बार भवन
कोरोना वायरस को लेकर झारखंड हाई कोर्ट के निर्देशानुसार रांची जिला बार एसोसिएशन का दोनों बार भवन पिछले 19 मार्च से बंद है. जिसके कारण वकीलों को जहां-तहां बैठकर वकालतनामा भरने से लेकर अन्य तरह के न्यायिक कार्य करने पड़ रहे है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details